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पत्रकारिता पर प्रहार: दैनिक भास्कर समूह पर IT रेड, UP के न्यूज़ चैनल भारत समाचार पर भी छापा

दैनिक भास्कर ग्रुप पर सर्च ऑपरेशन देश भर में 40 से ज्यादा ठिकानों पर चल रहा है।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) दैनिक भास्कर ग्रुप पर गुरुवार सुबह रेड की बड़ी कार्रवाई की है। भोपाल, जयपुर, अहमदाबाद समेत कई शहरों में आयकर जांच एजेंसी की टीमों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। उत्तर प्रदेश के न्यूज़ चैनल भारत समाचार पर भी आईटी रेड की खबर आ रही है। कार्रवाई को कोरोनाकाल में मुखर पत्रकारिता से जोड़कर भी देखा जा रहा है और इसे पत्रकारिता पर प्रहार कहा जा रहा है।

बताया जा रहा है कि दैनिक भास्कर ग्रुप पर सर्च ऑपरेशन देश भर में 40 से ज्यादा ठिकानों पर चल रहा है। इन्कम टैक्स और ईडी टीम गुरुवार सुबह भोपाल के अरेरा कॉलोनी में स्थित भास्कर के चैयरमेन सुधीर अग्रवाल, गिरीश अग्रवालऔर पवन अग्रवाल के घर सहित भास्कर के प्रमोटर्स के आवास पर भी पहुंची है। इसके अलावा भोपाल के एमपी नगर जोन वन स्थित भास्कर ग्रुप के मुख्यालय पर भी सर्च ऑपरेशन चल रहा है।

दैनिक भास्कर के सुधीर अग्रवाल के भोपाल स्थित निवास पर सर्च

पूरे ऑपरेशन की दिल्ली और मुंबई आयकर मुख्यालय से निगरानी किये जाने की बात भी सामने आई है। आईटी और ईडी टीमों का सहयोग मध्य प्रदेश पुलिस कर रही है। सर्च ऑपरेशन के पीछे वित्तीय अनियमितता के आरोपों को कारण बताया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश के न्यूज़ चैनल भारत समाचार चैनल पर भी छापेमारी की गई है। लखनऊ से संचालित न्यूज़ चैनल के प्रधान सम्पादक ब्रजेश मिश्रा के गोमती नगर में विपुल खंड के आवास पर इनकम टैक्स छापेमारी की खबर है। भारत समाचार लगातार अपने चैनल पर धारधार पत्रकारिता कर रहा था।

दूसरी ओर कांग्रेस ने दैनिक भास्कर पर कार्रवाई का विरोध किया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि

दैनिक भास्कर पर कार्रवाई का इंदौर प्रेस क्लब ने भी विरोध किया है। क्लब केअध्यक्ष अरविंद तिवारी ने सोशल मीडिया पर प्रेस क्लब की ओर से लिखा कि-


जनता की आवाज बन व्यवस्था की खामियों को लगातार उजागर कर रहे दैनिक भास्कर पत्र समूह के कार्यालयों पर केंद्रीय एजेंसियों की छापामार कार्रवाई प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ को दबाने का प्रयास है। यह मंसूबे कभी पूरे नहीं हो पाएंगे।

सोशल मीडिया पर भी दैनिक भास्कर पर सर्च कार्रवाई को पत्रकारिता पर हमला बताते हुए तीखी प्रतिकियाएं की जा रही हैं-

गौरतलब है कि कोरोनाकाल में भास्कर ने सरकार की नाकामियों पर जबर्दस्त रिपोर्टिंग की थी। भास्कर ने उत्तर प्रदेश में गंगा में बहते शव, गुजरात में मौतों के आंकडों में अंतर, ऑक्सीजन की कमी से मौतों के अलावा मध्यप्रदेश सरकार द्वारा कोरोना प्रभावितों के लिए घोषित योजनाओं पर तथ्यपरक खबरें प्रकाशित की थीं। यही कारण है कि सोशल मीडिया पर इस कार्रवाई को साहसिक पत्रकारिता के दमन के रूप में देखा जा रहा है।

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