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महाराष्ट्र संकट: क्या उद्धव सरकार के संकटमोचक बनेंगे कमलनाथ?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कमलनाथ को कांग्रेस का पर्यवेक्षक बनाया है।

मुंबई/ भोपाल (जोशहोश डेस्क) महाराष्ट्र के दिग्गज मंत्री एकनाथ शिंदे के बागी तेवरों से उद्धव सरकार खतरे में नजर आ रही है। करीब दो दर्जन विधायकों के साथ शिंदे गुजरात के एक होटल में बताए जा रहे हैं। इधर कांग्रेस ने गठबंधन (महा विकास अघाड़ी) वाली उद्धव सरकार को बचाने के लिए मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ को बड़ी जिम्मेदारी सौपी गई है।

कमलनाथ को कांग्रेस का पर्यवेक्षक बनाया है। कमलनाथ के बुधवार सुबह मुंबई रवाना होने की बात सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि अनुभवी कमलनाथ अपने संपर्कों से गठबंधन सरकार के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं।

महाराष्ट्र में सियासी घटनाक्रम उस समय तेज़ हो गया जब ठाकरे सरकार के मंत्री और शिवसेना के शीर्ष नेता एकनाथ शिंदे की गुजरात में सूरत के मेरिडियन होटल में पार्टी के 21 अन्य विधायकों के साथ ठहरने की खबर आई। जब पार्टी नेताओं ने उनसे संपर्क साधने की कोशिश की उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद से न सिर्फ महाराष्ट्र बल्कि दिल्ली में भी सियासी पारा अचानक चढ़ गया।

दूसरी ओर शिवसेना सांसद संजय राउत ने आरोप लगाया कि यह मध्यप्रदेश और राजस्थान की तरह ही उद्धव ठाकरे सरकार को गिराने की भी साजिश है। उन्होंने कहा कि शिवसेना वफादारों की पार्टी है। हम ऐसा नहीं होने देंगे। यह भी खबर है कि शिवसेना ने शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है। इस कार्रवाई के बाद शिंदे ने कहा कि वे बालासाहब ठाकरे के पक्के शिवसैनिक हैं और सत्ता के लिए धोखा कभी नहीं देंगे।

घटनाक्रम पर महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने इशारा किया है कि अगर शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे भाजपा के साथ आने का प्रस्ताव रखते हैं तो हम खुशी-खुशी इसे स्वीकार करेंगे और एनसीपी चीफ शरद पवार से पूछा गया कि बहुमत खोने पर क्या वे भाजपा के साथ जाना चाहेंगे। इस पर उन्होंने दो टूक कहा कि भाजपा के साथ जाने का सवाल ही नहीं उठता है इससे बेहतर है कि वे विपक्ष में बैठना पसंद करेंगे।

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