भाजपा की कार्यकारिणी में मरे लोगों को पद, हो रही फजीहत
राजनांदगांव भाजपा के जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव की कार्यकारिणी सुर्खियों में हैं। उनकी कार्यकारिणी में तीन ऐसे नाम शामिल हैं जो अब दुनिया में ही नहीं हैं।
रायपुर (जोशहोश डेस्क) किसी भी दल की कार्यकारिणी घोषित होने के बाद उस पर चर्चा स्वभाविक है। मगर राजनांदगांव भाजपा के जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव (Madhusudan Yadav) की कार्यकारिणी अलग ही कारणों से सुर्खियों में हैं। इस कार्यकारिणी में तीन ऐसे नाम शामिल हैं जो अब इस दुनिया में ही नहीं हैं। इनमें से एक की मौत तो दो साल पहले हो चुकी है।
दरअसल राजनांदगांव भाजपा जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने हाल ही में जिले की नई कार्यकारिणी की घोषणा की है। मधुसूदन यादव राजनांदगांव के पूर्व सांसद और पूर्व महापौर भी रह चुके हैं। उन्हें साल 2019 में भाजपा जिलाध्यक्ष की दायित्व भी सौंपा गया था।
जिलाध्यक्ष का दायित्व सँभालने के बाद से ही वे कार्यकारिणी के नामों पर मशक्कत कर रहे थे। शहर में इस बात को लेकर बड़ी दिलचस्पी थी कि यादव की कार्यकारिणी में कितने और किन नामों को जगह मिलती है लेकिन कार्यकारिणी सामने आने के बाद यादव और पार्टी को फजीहत का सामना करना पड़ रहा है।
कार्यकारिणी में 200 नाम हैं। इन 200 नामों की लिस्ट में तीन आमंत्रित सदस्यों के नाम ऐसे हैं जिन्हें देख हर कोई चौंक गया। लिस्ट में गणेश कोटले, सुनील जोशी और जयप्रकाश शर्मा के नाम भी हैं। बड़ी बात यह है कि ये तीनों ही अब इस दुनिया में नहीं हैं।
गणेश कोटले का निधन हुए दो साल हो चुके हैं। वहीं सुनील जोशी जनवरी में और जयप्रकाश शर्मा दिसंबर में इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। कार्यकारिणी में ये नाम कैसे शामिल हुए इसे लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
माना जा रहा है कि नई कार्यकारिणी को अंतिम रूप देते समय नए नामों को तो जोड़ा गया लेकिन पुराने नाम नहीं हटाए गए। यही कारण है कि लिस्ट में ऐसे नाम भी हैं जिनका निधन हो चुका है। हालांकि मधुसूदन यादव का कहना है कि इन नामों को सम्मान देने के उद्देश्य से उनका नाम लिस्ट में रखा गया है।