Chhattisgarh

मध्यप्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री के बेटे-बहू और पोती की हत्या

अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री स्वर्गीय प्यारेलाल कंवर के बेटे बहू और पोती की बुधवार तड़के हत्या हो गई।

रायपुर (जोशहोश डेस्क) अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री स्वर्गीय प्यारेलाल कंवर के बेटे बहू और पोती की बुधवार तड़के हत्या हो गई। स्वर्गीय प्यारेलाल कंवर के बेटे-बहू और पोती कोरबा जिले के भैंसमा ग्राम में रहते थे। सुबह अज्ञात हत्यारों ने घर में घुसकर तीनों का कत्ल कर दिया। घटना के कारणों का पता नहीं चला है।

बताया जा रहा है कि पूर्व उप मुख्यमंत्री स्वर्गीय प्यारेलाल कंवर के बेटे हरीश शंकर अपने बड़े भाई के साथ यहां रहते थे। हरीश कंवर के बड़े भाई रोजाना सुबह चार बजे सपरिवार टहलने जाते थे। आज भी वे जब टहलने गए थे तब हत्यारों ने इस वारदात को अंजाम दिया। इस दौरान हत्यारों ने हरीश कंवर उनकी पत्नी सुमित्रा और बेटी आशी की धारधार हथियार से हत्या कर दी।

घटना के दौरान हरीश कंवर की 82 वर्षीय मां जीवन बाई घर में ही मौजूद थीं। चीख पुकार सुनकर वे मौके पर भी पहुंची लेकिन हत्यारों ने उन्हें धक्का देकर गिरा दिया। उनकी नज़र की रोशनी भी जा चुकी है इसलिए वे हत्यारों को पहचान भी नहीं पाईं।

परिजनों को घटना की जानकारी देते हरीश कंवर की मां जीवन बाई

घटना की सूचना मिलते ही आला अधिकारियों के अलावा कांग्रेस नेता भी मौके पर पहुंच गए। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल और महापौर राजकिशोर प्रसाद ने भी मौके पर पहुंच कर पुलिस से घटना की जानकारी ली।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर ने बताया कि प्रथम दृष्टया हत्या में किसी परिचित का हाथ नजर आ रहा है। यह भी माना जा रहा है कि हत्यारों को यह पता था कि हरीश कंवर के बाकी परिजन उस समय घर पर मौजूद नहीं होंगे। पुलिस ने दो संदिग्ध लोगो को हिरासत में लिया है।

हरीश कंवर का पूरा परिवार राजनीति से जुड़ा है। उनके चाचा श्यामलाल कंवर भी विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा उनकी बड़ी बहन हरेश कंवर भी कोरबा जनपद की अध्यक्ष रह चुकी हैं।हरीश कंवर ने कांग्रेस से नाराज होकर जोगी कांग्रेस का दामन थाम लिया था, बाद में उन्होंने कांग्रेस में वापसी कर ली थी।

स्वर्गीय प्यारेलाल कंवर वर्ष 1995 में अविभाजित मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री रहे थे। उस समय दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री थे। प्यारेलाल कंवर इससे पहले प्रदेश सरकार में मंत्री और विधानसभा उपाध्यक्ष भी रहे थे।

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