MP में रोज 16 रेप, साढ़े चार साल में 2600 से ज्यादा महिलाओं की हत्या
मप्र विधानसभा का मानसून सत्र प्रारंभ, जीतू पटवारी के सवाल के जवाब में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दी जानकारी
भोपाल (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं कहा जा सकता। प्रदेश में रोज 16 महिलाएं बलात्कार का शिकार हो रही हैं वहीं बीते साढ़े चार सालों में 2600 से ज्यादा महिलाओं की हत्या हो चुकी है। साढ़े चार साल की अवधि में गैंगरेप के बाद मर्डर के 37 मामले भी दर्ज हुए हैं। यह जानकारी स्वयं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विधानसभा में एक सवाल के जवाब में दी है।
मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से प्रारंभ हुआ। सदन में कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के सवाल का जवाब देते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जो आंकड़े दिए उसके मुताबिक साल 2017 से 30 जून तक प्रदेश में औसतन ज्यादती के 16 मामले सामने आए हैं। वहीं इस अवधि में 2600 से ज्यादा महिलाओं की हत्या हुई है। बड़ी बात यह है कि दो दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी इस अवधि में रेप और मर्डर के केस दर्ज हुए हैं।
सदन को जानकारी देते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि साल 2017 से 30 जून 2021 तक प्रदेश में ज्यादती के 26708 प्रकरण सामने आए हैं। वहीं इस अवधि में महिलाओं की हत्याओं के 2663 केस दर्ज हुए हैं। सबसे ज्यादा 633 हत्याएं साल 2020 में दर्ज की गईं। वहीं 2017 में 549, साल 2018 में 583 और साल 2019 में हत्या के 577 मामले दर्ज हुए थे।
गृहमंत्री ने बताया कि इस साल 30 जून तक ही 321 महिलाओं की हत्या हो चुकी है। इन साढे चार साल की अवधि में गैंगरेप के बाद मर्डर के 37 मामले सामने आए हैं। महिलाओं के प्रति अपराधों में पुलिसकर्मी भी शामिल रहे हैं। ऐसे मामलों में दो दर्जन पुलिस निरीक्षक, सहायक पुलिस निरीक्षक और उप पुलिस निरीक्षकों के खिलाफ भी केस दर्ज हुए हैं।
अगर पुलिस कार्रवाई की बात की जाए तो ऐसे मामलों में अब तक 16 हजार से ज्यादा आरोपियों को अरेस्ट किया गया है। वहीं एक हजार से ज्यादा मामलों के आरोपियों तक अब भी पुलिस नहीं पहुंच पाई है। सरकार के इन आंकड़ों के बाद से प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं।