मध्यप्रदेश में कोरोना के सरकारी आंकड़ों से 23 गुना ज्यादा मौतें
मध्यप्रदेश में अप्रैल 2018 से मई 2019 की समान अवधि की तुलना में अप्रैल 2020 से मई 2021 तक192004 अतिरिक्त मौतें हुई हैं।
भोपाल (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश में कोरोना से हुई मौतों को लेकर चल रहे सियासी विवाद बीच एक अहम खुलासा हुआ है। प्रदेश में कोरोनाकाल में कुल मौतों की संख्या कोरोना से मौतों के सरकारी आंकड़े से 23 गुना तक ज्यादा हैं। ऐसे में सवाल यह है अगर कोरोना नहीं तो फिर इतनी बड़ी संख्या में मौतों के पीछे क्या कारण है?
अखबार ‘द हिंदू’ में प्रकाशित एक रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक मध्यप्रदेश में अप्रैल 2018 से मई 2019 की समान अवधि की तुलना में कोरोनाकाल यानी अप्रैल 2020 से मई 2021 तक 192004 अतिरिक्त मौतें हुई हैं। मौतों की यह संख्या इस अवधि में कोरोना से हुई मौतों के सरकारी आंकड़े 8068 से 22.8 गुना ज्यादा हैं।
यह रिपोर्ट सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) के डाटा पर आधारित है। रिपोर्ट में कोरोनाकाल यानी अप्रैल 2020 से मई 2021 के बीच सीआरएस पर मौतों के रिकाॅर्ड को शामिल किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम बंगाल में अतिरिक्त मौतों की संख्या सरकारी आंकड़ों से 11 गुना और आंध्रप्रदेश में करीब 18 गुना ज्यादा है।
सवाल यह है कि बीती समयावधि की तुलना में इस बार मध्यप्रदेश समेत इन राज्यों में अतिरिक्त मौतों की संख्या में इतना बड़ा उछाल क्यों आया? अगर ये मौतों कोरोना से नहीं हुई हैं तो आखिर इतनी बड़ी संख्या में अतिरिक्त मौतों का दूसरा कारण क्या रहा है?
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार पर कांग्रेस कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा छिपाने का आरोप लगा चुकी है। कांग्रेस के आरोप को सरकार भ्रामक बताती आ रही है लेकिन अब इस रिपोर्ट के बाद एक बार फिर कोरोना से मौतों को लेकर शिवराज सरकार सवालों के घेरे में आ गई है।