धार (जोशहोश डेस्क) कोरोना वैक्सीन पर अविश्वास को दूर करने स्वयं प्रधानमंत्री समेत राज्यों के मुख्यमंत्री और सेलिब्रटी तक कोरोना का टीका लगवा रहे हैं। वहीं मध्यप्रदेश के धार जिले से आए एक मामले ने कोरोना वैक्सीन को फिर सवालों के घेरे में ला दिया है। धार की एक महिला स्वास्थ्यकर्मी वैक्सीन के दोनों डोज लेने के बाद भी कोरोना पाॅजिटिव हो गई।
बताया जा रहा है कि इस महिला स्वास्थ्यकर्मी के शरीर में कोरोना की एंटी बॉडी भी है, लेकिन फिर भी महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई। ऐसे में डॉक्टर खुद भी सकते में पड़ गए।
धार के जिला अस्पताल की इस हेल्थ वर्कर को 17 जनवरी के दिन कोविड वैक्सीन की पहली डोज लगी थी। इसके बाद में 22 फरवरी को कोविड वैक्सीन का दूसरी डोज दिया गया था। दोनों डोज के बीच उनका स्वास्थ्य पूरी तरह से सामान्य था किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं थी। हेल्थ वर्कर वैक्सीन की अवधि के दौरान कोरोना से बचाव के लिए पूरी तरह से आवश्यक सावधानियां भी बरत रही थी।
24 फरवरी को हेल्थ वर्कर रात को हल्की सी ठंड लगी, बुखार आया। उपचार के दौरान 25 तारीख को उनके ब्लड की जांच की गई। जांच में सीबीसी, सीआरपी, एलडीएस, डी डायमंड टेस्ट नॉर्मल आये। सीआरपी का स्तर हलका सा बड़ा हुआ था। इसके बाद उसी दिन उनका एचएचएस भी कराया गया। वह भी नॉर्मल था। सीटी स्कैन कराया भी नॉर्मल आया लेकिन हेल्थ वर्कर को कोरोना के लक्षण बने हुए थे। हालांकि, शरीर में ऑक्सीजन सामान्य थी।
26 तारीख को हेल्थ वर्कर की आरटी- पीसीआर की जांच कराई गई। आश्चर्यजनक तरीके से हेल्थ वर्कर की आरटी- पीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सीटी वैल्यू भी 20 से 25 के बीच आई। साथ में उनका एंटी बॉडी का परीक्षण भी करवाया था, जो कि 6 के लगभग आया था। अब डॉक्टर्स भी हैरान है कि जब एंटी बॉडी इतनी है तो कोविड का इन्फेक्शन कैसे हो गया?