भोपाल (जोशहोश डेस्क) कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपा के साथ हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि (27 मई) पर उन्हें श्रद्धांजलि देना मुनासिब नहीं समझा। वहीं आज विनायक दामोदर सावरकर को उन्होंने नमन किया। सिंधिया द्वारा जवाहर लाल नेहरू को भुलाए जाने के पीछे राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर उनके द्वारा एक ट्वीट डिलीट करने पर हुई किरकिरी से जोड़ा जा रहा है।
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जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर सिंधिया के ट्विटर अकांउट पर निगाह थी। माना जा रहा था कि सिंधिया दलगत राजनीति से परे राजीव गांधी की तरह ही जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि पर भी श्रद्धांजलि देंगे लेकिन सिंधिया ने ऐसा नहीं किया।
ऐसा भी नहीं कि सिंधिया ने इस दिन कोई ट्वीट नहीं किया। उन्होंने इस दिन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं। वहीं ग्वालियर के पत्रकार राजेंद्र श्रीवास्तव के निधन पर शोक भी जताया। इसके अलावा वैक्सीन विवाद पर नीति आयोग के पक्ष को भी ट्वीट किया।
सिंधिया द्वारा नेहरू को भुलाए जाने पर कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम ने तंज भी कसा-
वहीं सिंधिया ने आज विनायक दामोदर सावरकर को नमन करते हुए उन्हें महान राष्ट्रभक्त, स्वतंत्रता सेनानी, भारतीय संस्कृति का प्रखर समर्थक बताया –
सिंधिया के इस ट्वीट पर कुछ यूजर्स ने तीखी प्रतिक्रिया भी दी-
गौरतलब है कि सिंधिया ने बीते मार्च 2020 में कांग्रेस को छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। सिंधिया के पाला बदलने के बाद उनके समर्थक विधायकों के इस्तीफे से प्रदेश में कांग्रेस सरकार भी अल्पमत में आ गई थी। जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान चौथी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे।