पैसे दो काम लो, BJP ने बनाई भ्रष्टाचार की व्यवस्था, सिंधिया के गढ़ में गरजे कमलनाथ
अशोकनगर में कांग्रेस का हल्ला बोल, कमलनाथ-दिग्विजय सिंह ने भरी चुनावी हुंकार
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अशोक नगर (जोशहोश डेस्क) मध्य प्रदेश आज भ्रष्टाचार प्रदेश बन गया है। जो लोग आज यहां बैठे हुए हैं, आप सभी या तो भ्रष्टाचार के गवाह है या फिर शिकार हैं। भाजपा सरकार में शिवराज सिंह चौहान ने ऐसी भ्रष्टाचार की व्यवस्था बनाई है कि पैसे दो काम लो। चौपट सरकार ने प्रदेश को चौपट कर दिया है। चौपट उद्योग धंधे, चौपट अर्थव्यवस्था और चौपट कानून व्यवस्था। आप सब गवाह है, मैं आपको क्या-क्या गिनाऊं?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ में चुनाव हुंकार भरते हुए यह बात कही। अशोकनगर में कांग्रेस की जन सभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि अगर आपके पास 50 एकड़ जमीन है तो पैसे दो और गरीबी रेखा के नीचे अपना नाम लिखवा लो, यह आज हमारे प्रदेश की स्थिति है।
भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार पर हमला बोलते हुए कमलनाथ ने कहा कि 50 प्रतिशत कमीशन की सरकार प्रदेश में चल रही है। इस सरकार ने अब तक 3 लाख 30 हजार करोड रुपए का कर्जा लिया है, लेकिन इस कर्जे से किसको फायदा हुआ? क्या हमारे नौजवानों का फायदा हुआ, क्या हमारे संविदा कर्मचारियों, अतिथि शिक्षकों, आशा, उषा बहनों को फायदा हुआ?
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सरकार ने इस कर्ज से बड़े-बड़े ठेके दिए और एडवांस में अपना 50 प्रतिशत कमिशन लिया। 50 प्रतिशत कमीशन की ये सरकार पूरे प्रदेश के सामने है। इस सरकार में कितने घोटाले आपके सामने है, इस सरकार ने तो इंसान ही नहीं घोटाला करने में महाकाल को भी नहीं छोड़ा है।
कमलनाथ ने कहा कि जहां तक अशोकनगर की बात है तो अशोकनगर जिला तो एक कृषि प्रधान जिला है, लेकिन यहां का किसान परेशान है, उसे खाद, बीज, बिजली और पानी की उपलब्धता नहीं है। आज मप्र में कोई उद्योगपति निवेश करने को तैयार नहीं, जितने उद्योग लगे सब बंद हो रहे हैं। अगर निवेश नहीं आएगा तो उद्योग कैसे लगेंगे और ज़ब निवेशकों को प्रदेश पर विश्वास ही नहीं होगा तो निवेश कैसे आएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजयसिंह ने जनसभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि योद्धा वह होता है जो हार कर भी फिर लड़ाई शुरू कर दे, लेकिन सिंधिया तो जिनसे हारे उन्हीं के साथ चले गये। लोकतंत्र की हत्या कर जनमत का गला घौंटकर धनमत की सरकार बना ली और प्रदेश को गर्त में धकेलने के लिए भाजपा के साथ चल दिये।