नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) मेदांता हाॅस्पिटल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। कमलनाथ राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट में चल रही खींचतान का पटाक्षेप करेंगे। पार्टी आलाकमान से मिले निर्देश के बाद कमलनाथ दोनों नेताओं के लगातार संपर्क में भी हैं।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान ने इसके लिए कमलनाथ को फ्री हैंड भी दिया है। कमलनाथ के राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट दोनों से ही अच्छे संबंध हैं। इसे देखते हुए कांग्रेस आलाकमान ने कमलनाथ को राजस्थान की सियासी जंग में आगे किया है। कांग्रेस को उम्मीद है कि कमलनाथ के दोनों नेताओं से अच्छे संबंधों का फायदा पार्टी को मिलेगा और प्रदेश में चल रहे सियासी संकट का सर्वमान्य समाधान हो जाएगा।
कमलनाथ बीते दो दिनों से सचिन पायलट के संपर्क में भी बताए जा रहे हैं। सच्ची पायलट भी दिल्ली पहुंचे थे। वहीं राजस्थान के अन्य दिग्गज नेताओं से भी उनकी चर्चा चल रही है। राजस्थान में सचिन पायलट अपनी उपेक्षा से नाराज बताए जा रहे हैं। उनके समर्थकों का आरोप है कि एक साल पहले जो वादे किए गए थे वह अब तक पूरे नहीं किए गए हैं।
दूसरी ओर कांग्रेस का प्रयास है कि आसन्न संकट को टालते हुए अगले विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी को एकजुट रखा जाए। बताया जा रहा है कि सियासी संकट के समाधान के लिए राजस्थान में मंत्रिमंडल का जल्द विस्तार किया जा सकता है। जिसमें सचिन पायलट के समर्थकों को महत्व दिया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक सचिन मंत्रिमंडल में रिक्त 9 स्थानों में सात अपने समर्थकों के लिए चाहते हैं।
गौरतलब है कि हल्के बुखार के बाद कमलनाथ मेदांता हाॅस्पिटल में चेक अप के लिए पहुंचे थे। जहां चिकित्सकों की सलाह पर उन्हें एडमिट कर लिया गया था। हालांकि उनकी कोरोना समेत अन्य रिपोर्ट नार्मल आई हैं। चिकित्सकों के मुताबिक एक दो दिन में कमलनाथ को डिस्चार्ज किया जा सकता है। वहीं हॉस्पिटल में कमलनाथ प्रदेश के साथ अन्य राज्यों के नेताओं से भी मुलाकात कर रहे हैं।