देवास के बुजुर्ग का PM-CM को पत्र, एक साथ नहीं देखी इतनी मौतें
देवास (जोशहोश डेस्क) देश में एक बार फिर कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है। इसके साथ ही मरीजों और मौत का आंकड़ा भी बढ़ गया है। मौत के आकड़ों से व्यथित देवास के एक बुजुर्ग ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने एक पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने मौतों पर दुख और सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
देवास में रहने वाले लीलाधर व्यास अंत्योष्टि का सामान बेचते हैं। उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि मैंने इतनी मौतें एक साथ पहले कभी नहीं देखीं। लीलाधर व्यास पत्र में लिखते हैं कि – मैं लीलाधर व्यास निवासी देवास एक अंत्येष्टि सामग्री सेवक हूं। कई दिनों से यह देखने में आ रहा है कि मृत्यु का आंकड़ा बढ़ रहा है। पहले रोज एक या दो लोगों की मृत्यु औसतन होती थी। लेकिन कोरोना के कारण मौत का ये आंकड़ा हैरान करने वाला है। अब देवास जिले में रोज औसतन 12 से 15 लोगों की मौत हो रही है। लेकिन इस वर्ष मृत्यु दर का बढ़ना चिंताजनक है। इनमें बच्चे, वृद्ध और जवान सबकी मौत हो रही है।
मैंने जीवन में इतनी मौतें नहीं देखी
लीलाधर व्यास अपने पत्र में लिखते हैं कि मेरी अंत्येष्टि के सामान की दुकान है। लेकिन मैंने जीवन में इतनी मौतें कभी नहीं देखीं, जितनी इस काल में देख रहा हूं। मुझे अपनी और परिवार की चिंता सता रही है। कोरोना महामारी के कहर में मृत्यु के मापदंड पर भी ध्यानन देने की जरूरत अब महसूस होने लगी है। देखने में आया है कि प्रदेश में कोविड मरीजों की संख्या में इजाफआ हो रहा है। मरीजों की संख्या श्मशान में जाकर कम हो रही है।
सरकार को दिए सुझाव
लीलाधर व्यास ने लिखा है कि दवाई और इंजेक्शन महंगा होने के कारण गरीब लोग इस बीमारी का इलाज नहीं करवा पा रहे हैं। उन्होंने सरकार को इंजेक्शन का उत्पादन बढ़ाने, टैक्स कम करने, गरीबों के मुफ्त इलाज और दवाइयों की कालाबाजारी रोकने के सुझाव दिए हैं।
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का भी किया जिक्र
लीलाधर व्यास अपने पत्र में प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी को लेकर भी लिखा है। उन्होंने लिखा है कि सुनने में आ रहा है कि कोविड महामारी के इलाज में लगन वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी के कारण यह कई गुना ज्यादा दामों पर बिक रहा है। गरीब व्यक्ति के लिए यह खरीदना कठिन है।