इंदौर: MLA संजय शुक्ला के सवाल से मिले 7000 सफाईकर्मियों को 7 करोड़?
इंदौर नगर निगम के सफाईकर्मियों के खाते में आई प्रोत्साहन राशि, कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला का बड़ा दावा।
इंदौर (जोशहोश डेस्क) इंदौर नगर निगम के 7000 सफाईकर्मियों के खाते में प्रोत्साहन राशि के दस हज़ार रुपये पहुँचने पर विधायक संजय शुक्ला ने बड़ा दावा किया है। कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा है कि विधानसभा में लगाए गए मेरे सवाल के कारण ही इंदौर नगर निगम ने अपने सभी 7000 सफाई कर्मियों के बैंक खाते में प्रोत्साहन राशि के दस हज़ार रुपये डाले हैं।
विधायक शुक्ला ने बताया कि नगर निगम के 7000 सफाईकर्मियों के समर्पण से ही इंदौर लगातार स्वच्छता में पांचवी बार शीर्ष पर आया है। इसके बाद 23 दिसंबर को मैंने विधानसभा में तारांकित प्रश्न लगा सरकार से सवाल किया था कि जब स्वच्छता की हैट्रिक लगने पर प्रदेश की तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने इंदौर के हर स्वच्छताकर्मी को प्रोत्साहन राशि के रूप में 5000 रुपए दिए थे तो फिर स्वच्छता का पंच लगने पर प्रदेश सरकार हर स्वच्छताकर्मी को दस हज़ार रुपए क्यों नहीं दे रही है?
विधायक संजय शुक्ला ने कहा कि मेरे सवाल लगाए जाने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के सभी 7000 सफाई कर्मियों को प्रोत्साहन राशि के रूप में दस हज़ार रुपए देने की घोषणा तो कर दी लेकिन इस घोषणा के बाद भी सरकार और नगर निगम प्रशासन दोनों नींद में रहे। इनके द्वारा सफाई कर्मियों को यह राशि देने की दिशा में कोई पहल नहीं की गई ।
विधायक संजय शुक्ला के मुताबिक घोषणा पर अमल न होते देख मेरे द्वारा विधानसभा के आगामी बजट सत्र के लिए 13 फरवरी को प्रश्न लगाया कि जब प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की जा चुकी है तो फिर यह राशि अब तक सफाईकर्मियों को क्यों नहीं दी गई ? इस सवाल को लगाए जाने के परिणामस्वरुप ही रातों-रात इंदौर नगर निगम द्वारा सफाई कर्मियों के बैंक खाते में 7 करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई।
1 करोड़ का भुगतान तक नहीं
इंदौर नगर निगम की वित्तीय स्थिति पर सवाल उठाते हुए विधायक शुक्ला ने कहा कि जिस नगर निगम के पास ठेकेदारों के बकाया बिलों का भुगतान करने के लिए एक करोड़ रुपए भी नहीं होते हैं, वह नगर निगम अचानक 7 करोड़ रुपए सफाईकर्मियों के खातों में कैसे जारी कर सकता है? हकीकत यह है कि सरकार को एहसास हो गया था कि विधानसभा सत्र में मेरे सवाल पर हल्ला मच जाएगा। इसलिए ही इंदौर नगर निगम ने ताबड़तोड़ तरीके से राशि को जारी किया है।