MP News : विद्यार्थी क्यों नहीं आ रहे हैं कॉलेज?
पहले ही दिन प्रदेश के कॉलेजों में अनुपस्थिति बहुत कम रही।
भोपाल (जोशहोश डेस्क) प्रदेश में 9 महीने के बाद नए साल के पहले दिन सभी सरकारी और प्राइवेट कॉलेज विधार्थियों के लिए खोल दिए गए हैं। लेकिन पहले ही दिन प्रदेश के कॉलेजों में अनुपस्थिति बहुत कम रही। अनुमान लगाया जा रहा था कि लंबे समय के बाद कॉलेज खुलने से छात्रों के मन में कॉलेज जाने की उत्सुकता होगी। लेकिन पहले दिन शुक्रवार को सिर्फ इक्का-दुक्का छात्र ही कॉलेज पहुंचे। वहीं कुछ कॉलेजों में तो एक भी छात्र उपस्थिति नहीं रहा।
क्या कहती है गाइडलाइन्स
शिक्षा विभाग की गाइडलाइन्स के हिसाब से शुरुआती 10 दिनों तक सिर्फ प्रैक्टिकल क्लास लगाई जाएंगी और 10 तारीख़ के बाद यूजी फ़ाइनल ईयर व पीजी थर्ड सेमेस्टर की क्लास शुरू होंगी। प्रदेश के हर कॉलेज को इन गाइडलाइन्स का पालन करना अनिवार्य होगा। कॉलेज आने वाले सभी छात्रों को अपने अभिभावकों से सहमति पत्र लाना होगा। उसके बाद ही छात्रों को कॉलेज में प्रवेश मिल सकेगा। जिसके मुताबिक कॉलेज जाने से पहले छात्रों को अभिभावकों की लिखित अनुमति देनी होगी। वही प्रबंधन 50 प्रतिशत क्षमता के आधार पर ही छात्रों को कॉलेज बुलाएंगे। कॉलेजों में प्रवेश के साथ ही कोरोना संबंधित अन्य सभी सावधानियां बरती जाएंगी। हॉस्टल फिलहाल नहीं खोले जाएंगे। इसके अलावा किसी भी तरह की सार्वजनिक गतिविधि और खेल सहित अन्य कार्यक्रमों पर प्रतिबंध रहेगा।
इंजीनियरिंग कॉलेज अब भी बंद
मध्यप्रदेश के सरकारी और निजी कॉलेजों में अब छठवें चरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है, एडमिशन प्रकिया 5 जनवरी तक चलेगी, तीन दिनों में लगभग 4 हज़ार से ज्यादा छात्रों ने पंजीयन करवाया है, प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेज अब तक नहीं खुले हैं, लॉकडाउन के समय से ही इंजीनियरिंग कॉलेज की ऑनलाइन क्लासेज चल रहीं हैं।
छात्रों को उपस्थिति का नहीं होगा दबाव
प्रदेश के कॉलेजों के ताले तो खुल गए हैं लेकिन अब कॉलेज आने या न आने का निर्णय छात्रों के अभिभावकों का ही होगा। कॉलेज से कोई भी शिक्षक छात्रों को उपस्थित होने का दबाव नहीं डालेगा, साथ ही 20 जनवरी के बाद कॉलेज को आगे नियमित रूप से चलाने और क्लास की संख्या बढ़ाने पर विचार किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के भेल, बेनजीर, बैरसिया, एमएलबी, गीतांजलि कॉलेज में एक भी विद्याार्थी उपस्थित नहीं हुआ। शासकीय हमीदिया कॉलेज में एक छात्रा और एमवीएम, हमीदिया, साधु वासवानी, सत्यसाईं कॉलेज में उपस्थिति प्रतिशत दो से तीन फीसदी रहा। इसी तरह की स्थिति शहर के अन्य संस्थानों में भी देखी गई। बता दें, पहले ही दिन कॉलेजों में छात्रों की अनुपस्थिति का कारण कोरोना का भय या नववर्ष का पहला दिन भी मन जा रहा है।