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MPTET: आनंद राय को राहत, तन्खा का तंज़-मज़ाक बन रही MP सरकार

व्हिसलब्लोअर आनंद राय को हाईकोर्ट से मिली बड़ी राहत, तन्खा बोले- शिकायत पर जाँच कीजिए शिकायतकर्ता की नहीं।

जबलपुर/ भोपाल (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (MP-TET) पेपर के स्क्रीनशॉट वायरल होने के मामले में व्हिसलब्लोअर डॉक्टर आनंद राय को हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। हाईकोर्ट ने डॉक्टर आनंद राय के खिलाफ बलपूर्वक कार्रवाई पर 4 अप्रैल तक रोक लगा दी है। 4 अप्रैल को आनंद राय की उस याचिका पर सुनवाई होना है जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ दर्ज़ FIR को चुनौती दी है।

प्रदेश कांग्रेस महामंत्री व मीडिया प्रभारी केके मिश्रा और व्यापमं के व्हिसलब्लोअर आनंद राय ने MP-TET पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री के मौजूदा ओएसडी लक्ष्मणसिंह मरकाम पर गंभीर आरोप लगाए थे जिसके बाद लक्ष्मणसिंह ने केके मिश्रा और आनंद राय के खिलाफ छवि धूमिल करने की एफआईआर दर्ज कराई है।

आनंद राय को हाईकोर्ट से मिली राहत के बाद राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने मप्र सरकार और सरकार के अधिकारियों पर तंज़ कसा। विवेक तन्खा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखा कि- ⁦शिकायत पर जाँच कीजिए। शिकायतकर्ता की नहीं। ऐसा कर मप्र सरकार और उनके अधिकारी मज़ाक़ का विषय बनते जा रहे है-

इस मामले में आनंद राय के लिए पैरवी कर रहे वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट में कहा कि राज्य सरकार आनंद राय पर दबाव बना रही है और उनकी गिरफ्तारी भी की जा सकती है। इसलिए चार अप्रैल तक इस प्रकार के एक्शन पर रोक लगानी चाहिए। कपिल सिब्बल के इस तर्क को हाईकोर्ट ने स्वीकार कर लिया।

गौरतलब है कि आनंद राय के साथ ही प्रदेश कांग्रेस महामंत्री व मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने भी MP-TET पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री के मौजूदा ओएसडी लक्ष्मणसिंह मरकाम पर भी गंभीर आरोप लगाए थे। केके मिश्रा ने कहा था कि जब परीक्षा ऑनलाइन हो रही है और इसमें मोबाइल फ़ोन पूरी तरह वर्जित है तो मुख्यमंत्री के पदस्थ मौजूदा ओएसडी लक्ष्मणसिंह मरकाम के मोबाइल पर 25 मार्च को सम्पन्न 35 पृष्ठीय प्रश्नपत्र और आंसरशीट कैसे पहुँची?

इधर पेपर लीक के आरोपों के बाद लक्ष्मण सिंह मरकाम ने अजाक थाना भोपाल में कांग्रेस नेता केके मिश्रा और डाॅ. आनंद राय के खिलाफ केस दर्ज कराया था। लक्ष्मण सिंह का कहना था कि केके मिश्रा और आनंद राय ने सोशल मीडिया के जरिए उनकी छवि धूमिल की है। लक्ष्मण सिंह की शिकायत पर एट्रोसिटी एक्ट की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है। वहीं प्रकरण दर्ज किये जाने को कांग्रेस नेता केके मिश्रा और डाॅ. आनंद राय ने डराने का प्रयास बताया था।

इससे पहले ग्वालियर के मदन मोहन दौहरे नाम के परीक्षार्थी ने MP-TET (मध्यप्रदेश टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट) ने पेपर लीक का दावा करते हुए परीक्षा में फर्ज़ीवाड़े का आरोप लगाया था। मदन मोहन का कहना था कि जब वह परीक्षा देकर लौट रहा था तब उसने एक व्यक्ति के मोबाइल में MP-TET पूरा पेपर देखा था। मदन मोहन का कहना था कि मोबाइल में उसने जो पेपर देखा वह परीक्षा में आये पेपर से पूरी तरह मिल रहा था जबकि सेंटर से पेपर बाहर लाया ही नहीं जा सकता। मदन मोहन ने मोबाइल में पेपर के स्क्रीनशॉट को सीएम शिवराज सिंह चौहान को टैग कर ट्वीट कर सवाल भी उठाये थे। उसने लिखा था कि- यह क्या हो रहा है? क्या इसी प्रकार सभी परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा होता रहेगा। बेरोजगारों की प्रतिभा का ऐसे ही हनन होता रहेगा।

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