छतरपुर हत्याकांड: क्या मध्यप्रदेश में राजनीतिक संवाद भी खत्म है?
छतरपुर में कांग्रेस के ब्लाॅक अध्यक्ष इंदर सिंह परमार की हत्या के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस तीन आरोपियों को ही अरेस्ट कर पाई है।
भोपाल (जोशहोश डेस्क) छतरपुर में कांग्रेस के ब्लाॅक अध्यक्ष इंदर सिंह परमार की हत्या के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है। अब तक छह आरोपियों से पुलिस तीन आरोपियों को ही अरेस्ट कर पाई है। मुख्य आरोपी अब भी फरार हैं। दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ इस मामले पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलना चाहते हैं लेकिन चार दिन बाद भी मुलाकात नहीं हो पाई है।
दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात न होने पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी आपत्ति जताई है। उन्होंने ट्वीट किया है कि क्या मध्यप्रदेश में राजनीतिक संवाद भी खत्म है-
इधर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने छतरपुर मेें पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। उन्होंने ट्वीट कर वहां की स्थिति बताई है। दिग्विजय सिंह ने लिखा-
मप्र के ग्राम पटिया बड़ा मलहरा जिला छतरपुर में कॉंग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष इंद्र प्रताप परमार की 16 मार्च को हत्या की गई। मैं उनके परिवार से मिलने गया था। इसी ग्राम में इनके बड़े भाई भागवत सिंह व रखुआ अहिरवार की भी हत्या इन्हीं लोगों ने कर दी थी। उन दोनों परिवारों पर व उनकी छोटी छोटी बच्चियों पर क्या गुजर रही है मुझसे देखा नहीं गया। आज भी अपराधियों का पूरे क्षेत्र में आतंक है। प्रभावशाली भाजपा के नेताओं के संरक्षण ५ साल से फरारी काट रहे थे। छतरपुर में मुझे बताया गया 300 अपराधी कई वर्षों से फरार हैं। शिवराज सरकार मौन है।
पटिया के रखुआ अहिरवार की हत्या व नरवर अहिरवार की नाक काट दी गई। शासन की नीति के अंतर्गत जिला प्रशासन से आज तक उनके परिवारों को कोई मुआवजा नहीं मिला है। ऐसे अ़क्षम प्रशासन पर क्या कार्रवाई नहीं हो सकती? क्या उन पर अजा अजजा अत्याचार अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई नहीं हो सकती?
गौरतलब है कि छतपुर में कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष इंद्र प्रताप सिंह परमार की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष इंद्र प्रताप सिंह परमार मलहरा इलाके में स्थित एक होटल के सामने खड़े थे तभी बाइक सवार दो युवक आए और गोली मारकर फरार हो गए। आनन-फानन में परमार को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया था।