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कौन हैं मध्यप्रदेश भाजपा के नए संगठन प्रभारी शिवप्रकाश?

भाजपा ने 2014 लोकसभा चुनावों में शिवप्रकाश की संगठनात्मक क्षमताओं को देखते हुए उन्हें पश्चिम बंगाल की जिम्मेदारी सौंप दी थी।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) पहली बार भाजपा ने आरएसएस की तर्ज़ पर छह राज्यों के संगठन पर नजर रखने के लिए एक वरिष्ठ सह-संगठन मंत्री को प्रभारी नियुक्त किया है। इस कार्य के लिए पार्टी ने अपने सबसे वरिष्ठ सह-संगठन मंत्री शिवप्रकाश को नियुक्त किया है।

शिवप्रकाश के साथ तीन अन्य सह-संगठन महामंत्रियों के दायित्व में भी फेरबदल किया गया है । इसके साथ ही मध्यप्रदेश भाजपा संगठन का प्रभार अब शिवप्रकाश देखेंगे। उनका मुख्यालय भोपाल होगा और वह मध्यप्रदेश के साथ पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना की जिम्मेदारी देखेंगे। ऐसा पहली बार हुआ है कि जब संगठन स्तर के किसी बड़े पदाधिकारी को भोपाल में बैठाया गया है।

शिवप्रकाश ने तहसील प्रचारक के तौर पर शुरू किया था काम

केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के करीबी माने जाने वाले शिवप्रकाश ट्विटर पर काफी सक्रिय रहते हैं। माना जाता है कि उनकी संगठन में अच्छी पकड़ है। शिवप्रकाश संघ से जुड़े रहने के बाद पश्चिमी यूपी के अमरोहा में तहसील प्रचार के तौर पर 1986 में शुरुआत की थी। इसके बाद वह मेरठ, अल्मोड़ा और देहरादून में भी संघ के प्रचारक रहे हैं। 2000 से 2009 के बीच उन्हें उत्तराखंड का प्रांत प्रचारक नियुक्त किया गया था। 2014 में वह पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक बने और भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाई। इसके बाद उन्हें पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड की जिम्मेदारी दी गई, वहां भी भाजपा के संगठन को मजबूती मिली।

नई जिम्मेदारी मिलने से पहले शिवप्रकाश के पास उत्तरप्रेदश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल थे। अब उनके पास पश्चिम बंगाल के साथ पांच नए राज्य भी होंगे। उनको जिन छह राज्यों की जिम्मेदारी मिली है, उनमें से सिर्फ मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार है।

पार्टी सूत्रों की मानें तो संगठन की दृष्टि से भाजपा मध्यप्रदेश में ही केडर आधारित कही जाती है। यहां सरकार भी भाजपा की है इसलिए शिवप्रकाश को यहां से काम करने में आसानी होगा और भोपाल से आसपास के राज्यों में जाना भी सरल होगा।

अमित शाह के साथ मिलकर काम कर चुके हैं शिवप्रकाश

शिवप्रकाश प्रसाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में पश्चिम यूपी के क्षेत्र प्रचारक रहे हैं। उन्हें आरएसएस ने 2014 में राम माधव के साथ भारतीय जनता पार्टी में भेजा गया था। वे संघ के बहुत विश्वस्त कार्यकर्ता माने जाते हैं। 2014 लोकसभा चुनावों में अमित शाह उत्तरप्रदेश के चुनाव प्रभारी थे। उस दौरान अमित शाह और शिवप्रकाश प्रसाद ने साथ में काम किया था।

2014 लोकसभा चुनावों में शिवप्रकाश की संगठनात्मक क्षमताओं को देखते हुए 2015 में लोकसभा चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल की जिम्मेदारी उन्हें सौंप दी थी। शिवप्रकाश ने भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और अरविन्द मेनन के साथ मिलकर 2016 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का मत प्रतिशत 4 प्रतिशत से बढ़ाकर 11 प्रतिशत पहुंचा दिया था। पंचायत चुनावों में यह प्रतिशत बढ़ कर 40 प्रतिशत तक पहुंच गया है।

आरएसएस की तर्ज पर भाजपा संगठन को भी जोन में बांटने की तैयारी

भारतीय जनता पार्टी भी अपने मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की तर्ज पर देश को जोन में बांटने की योजना पर कार्य कर रही है। पार्टी के नेताओं के अनुसार संगठन का दायरा बढ़ गया है। ऐसे में बेहतर समन्वय के लिए देश को जोन में बांटे जाने की योजना है। अभी यह तय नहीं है कि भाजपा में कितने जोन होंगे लेकिन माना जा रहा है कि आरएसएस की तरह ही 11 क्षेत्रों में भाजपा को भी बांटा जा सकता है। गुरुवार को अब तक सह संगठन महामंत्री रहे पदाधिकारियों की हुई नियुक्ति और केंद्र बदलने को इस दिशा में बढ़ाया गया कदम माना जा रहा है।

यह हुए फेरबदल

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस फेरबदल के दौरान राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है। तीनों पदाधिकारी पूर्व में आरएसएस के प्रचारक रह चुके हैं। भाजपा अध्यक्ष की ओर से की गई नियुक्तियों के मुताबिक, मौजूदा राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री वी. सतीश को संगठक की जिम्मेदारी मिली है। इसके साथ ही वह संसदीय कार्यालय समन्वय, एससी-एसटी मोर्चा समन्वय और विशेष संपर्क की जिम्मेदारी देखेंगे। जबकि दूसरे राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह अब राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली है। सौदान सिंह का केंद्र चंडीगढ़ होगा। वह हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ पर ध्यान देंगे। राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश का केंद्र भोपाल होगा। अब वह पश्चिम बंगाल के साथ मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की जिम्मेदारी देखेंगे।

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