विधानसभा में अपने ही विधायकों के निशाने पर आई शिवराज सरकार?
बजट सत्र के चौथे दिन मंदसौर विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया और चुरहट विधायक शार्देंदु तिवारी ने गेहूं उपार्जन और अवैध उत्खनन को लेकर सरकार पर सवाल दागे।
भोपाल (जोशहोश डेस्क) बजट सत्र के चौथे दिन विधानसभा में शिवराज सरकार अपने ही विधायकों के निशाने पर दिखाई दी। मंदसौर विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया और चुरहट विधायक शार्देंदु तिवारी ने गेहूं उपार्जन और अवैध उत्खनन को लेकर सरकार पर सवाल दागे। वहीं कांग्रेस नेता जितेंद्र डागा के शो रूम पर अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई का मुददा भी सदन में उठा।
मंदसौर से भाजपा विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने नीमच और मंदसौर में गेंहू और खाद का परिवहन में हेराफेरी का मामला उठाया। उनका सवाल था कि टांसपोर्टर ने करोड़ों की हेराफेरी की है। सरकार ने इस पर क्या कार्रवाई की? इस पर सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने ने बताया कि मामले की जांच में करीब साढ़े चार करोड़ की हेराफेरी का मामला सामने आया है। जिसके बाद तीन करोड़ तीस लाख की राशि टांसपोर्टर के बिलों से समायोजित कर ली है। वेयर हाउस के दो कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है।
वहीं विधायक शार्देंदु तिवारी ने भितरवार में अवैध उत्खनन का मुद्दा सदन में उठाया। इस पर खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने जांच की आश्वासन दिया। विधायक विजयलक्ष्मी साधौ ने इसके बाद नर्मदा उत्खनन का मुद्दा भी उठाया जिस पर उनकी मंत्री यादव से नोक झोंक भी हुई।
दूसरी ओर विधायक पीसी शर्मा ने भोपाल के चूना भट्टी इलाके में कांग्रेस नेता जितेंद्र डागा के कार शो रूम पर अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई का मुद्दा शून्यकाल में उठाया। विधायक शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार बदले की भावना से काम कर रही है।
इधर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा ने शून्यकाल में आईएएस हरेंद्र नारायण के खिलाफ विशेषाधिकार का नोटिस दिया। हरेंद्र नारायण होशंगाबाद में एसडीएम रहे हैं।
सीतासरन शर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम से मुलाकात में कहा कि इस मामले को या तो अध्यक्ष सदन में रखने की अनुमति दें या विशेषाधिकार हनन को मंजूरी दें।
सीधी हादसे पर चर्चा की मांग
इधर कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह ने शून्यकाल के दौरान ही सीधी बस हादसे का मुद्दा उठाया। इस पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सरकार हादसे पर हर तरह की चर्चा के लिए तैयार है।