नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा रविवार को उन्हें और उनके पिता फारूक अब्दुल्ला को यहां अधिकारियों द्वारा बिना कोई कारण बताए आवास पर नजरबंद किए जाने का दावा करने के बाद पुलिस ने कहा कि प्रतिकूल इनपुट और सुरक्षा संबंधी कारणों से वीआईपी लोगों के बाहर जाने के खिलाफ सलाह के आधार पर यह कदम उठाया गया है। उमर ने गुप्कर रोड पर अपने निवास के बाहर तैनात सुरक्षा वाहनों की तस्वीरें ट्विटर पर पोस्ट की और कहा कि उनकी बहन और उनके बच्चे, जो पास में ही रहते हैं, उन्हें भी नजरबंद कर दिया गया है।
उमर ने ट्वीट किया, “यह अगस्त 2019 के बाद नया जम्मू-कश्मीर है। हम बिना किसी स्पष्टीकरण के अपने घरों में नजरबंद हैं। यह काफी बुरा है कि उन्होंने मेरे पिता (एक सांसद) और मुझे अपने घर में बंद कर दिया है, उन्होंने बहन और उसके बच्चों को भी उनके घर में नजरबंद कर दिया है।”
उन्होंने आगे कहा, “चलो, आपके लोकतंत्र के नए मॉडल का मतलब है कि हमें बिना स्पष्टीकरण के हमारे घरों में रखा गया है। लेकिन, घर के कर्मचारियों को भी आने की अनुमति नहीं दी जा रही है और फिर आप आश्चर्यचकित हैं कि मैं अभी भी गुस्से में हूं।”
दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों की पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के लिए श्रीनगर से बाहर जाने की योजना थी।
पुलिस ने दावा किया कि प्रतिकूल खुफिया सूचनाओं के कारण, प्रोटेक्टेड लोगों की आवाजाही पर रोक लगाई गई और सभी संबंधितों को पहले ही सूचित किया गया था कि वे रविवार को अपनी यात्रा की योजना न बनाएं।
पुलिस ने ट्वीट किया, “आज भयावह लेथपोरा आतंकी घटना की दूसरी बरसी है। कोई रोड ओपनिंग पार्टी नहीं होगी। प्रतिकूल इनपुटों के कारण, वीआईपी/संरक्षित व्यक्तियों की आवाजाही पर रोक लगाया गया है और सभी संबंधितों को पहले से सूचित किया गया है कि वे आज यात्रा की योजना न बनाएं।”
उमर अब्दुल्ला ने बाद में पुलिस को उन्हें भेजे गए लिखित संचार को साझा करने के लिए कहा।
ट्वीट कर उमर ने पूछा कि पुलिस ने किस कानून के तहत उन्हें घर पर नजरबंद किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “मुझे यकीन नहीं है कि यह वास्तव में एक पुलिस ट्विटर हैंडल है क्योंकि यह सत्यापित नहीं है। लेकिन यह मानते हुए, कृपया मुझे बताएं कि आपने आज मुझे मेरे घर में किस कानून के तहत नजरबंद किया है? आप मुझे अपना घर नहीं छोड़ने की सलाह दे सकते हैं लेकिन आप मुझे बहाने के रूप में सुरक्षा का इस्तेमाल करके घर पर रहने के लिए मजबूर नहीं कर सकते।”
उन्होंने कहा कि कृपया मुझे संबोधित लिखित संचार और मुझे (या मेरे कार्यालय) द्वारा स्वीकार किए जाने को साझा करें। इन प्रतिबंधों से पहले हमें सूचित करें। निश्चित रूप से, यह बरसी प्रशासन के लिए आश्चर्य के तौर पर नहीं आई है।
शनिवार को, एक और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया कि उन्हें गुप्कर रोड पर अपने निवास से बाहर जाने से रोका गया है ताकि दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में किशोर अतहर मुश्ताक के परिवार के साथ मुलाकात नहीं कर सकें, जो श्रीनगर के बाहरी इलाके में 30 दिसंबर, 2020 को एक मुठभेड़ में मारा गया था।