नईदिल्ली (जोशहोश डेस्क) दिल्ली नगर निगम द्वारा जहांगीरपुरी में अतिक्रमण को बुलडोजर से गिराने की कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल रोक लगा दी है। अदालत ने कल सुनवाई तक जहांगीरपुरी में यथास्थिति बरकरार रखे जाने का आदेश भी दिया। हालांकि आदेश के करीब दो घंटे बाद तक कार्रवाई चलती रही जिसमें सैकड़ों गरीबों की दुकान-मकान ध्वस्त कर दिए गए। कार्रवाई में पक्षपात के वीडियो भी वायरल हैं।
नगर निगम की कार्रवाई के खिलाफ बुधवार को वरिष्ठ वकील दुष्यंत दवे, कपिल सिब्बल, पीवी सुरेंद्रनाथ और प्रशांत भूषण ने अदालत में पक्ष रखा। वकीलों ने निगम की कार्रवाई को अवैध बताते हुए कहा कि लोगों को कोई नोटिस जारी किये बिना ही बुलडोजर भेज दिए गए हैं जो गलत है। इस पर चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना की बेंच ने यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया। अब कल इस पर सुनवाई की जाएगी।
दूसरी ओर इस कार्रवाई को लेकर सोशल मीडिया पर आक्रोश देखा जा रहा है। दोपहर तक ट्विटर ट्रेंड में हैशटेग जहांगीरपुरी टॉप पर रहा। कार्रवाई को लेकर सरकार पर तीखे कमेंट भी किये गए-
वहीं सोशल मीडिया पर कार्रवाई का समर्थन भी देखा गया-
कार्रवाई को लेकर सियासी बयानबाजी भी हो रही है। एक ओर भाजपा ने इसे कानून के तहत की गई कार्रवाई बता रही है वहीं विपक्ष ने इसे सरकार की तानाशाही करार दिया। माकपा नेता वंदा करात तो सुप्रीम कोर्ट का आदेश लेकर खुद जहांगीरपुरी पहुँची और कार्रवाई को रोकने बुल्डोजर के सामने तक खड़ी हो गईं।
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी एमसीडी की कार्रवाई पर सवाल उठाए। ओवैसी ने कहा कि बीजेपी गरीबों के खिलाफ मुहिम चला रही है। कब्जे हटाने के नाम पर यूपी और एमपी में गरीबों के घर तोड़े जा रहे हैं। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि क्या जहांगीरपुरी के लोगों ने इस कायरता के लिए उन्हें वोट दिया था।
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि सवाल यह उठता है कि आखिर दंगाइयों और अवैध निर्माण को बचाने के लिए कौन लोग कोर्ट में गए? ये लोग उन दंगाइयों को बचाने कोर्ट गए जिन लोगों ने शोभायात्रा पर पथराव किया है और हिंसा फैलाई है।
गौरतलब है कि जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के मौके पर शोभायात्रा पर पथराव के बाद हिंसा भड़क गई थी। इसके बाद नगर निगम ने इलाके से अवैध कब्जे हटाने कार्रवाई का आदेश जारी किया था। दिल्ली एमसीडी की टीम ने बुधवार को सुबह से ही जहांगीरपुरी में अतिक्रमण गिराना शुरू कर दिया था। कार्रवाई से पहले बड़े पैमाने पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी।