रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवार्ड, तमिलनाडु में वोटिंग से 5 दिन पहले फैसला
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) दक्षिण भारत के सुपरस्टार रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवार्ड 2019 दिया जाएगा। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को इसका ऐलान किया है। इसे तमिलनाडु के चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है। तमिलनाडु में 6 अप्रैल को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है।
रजनीकांत का जन्म बेंगलुरू के मराठी परिवार में 12 दिसंबर 1950 को हुआ था। गरीब परिवार में जन्मे रजनीकांत ने अपनी मेहनत और कड़े संघर्ष की बदौलत देश-दुनिया में बहुत नाम कमाया है। उन्हें साउथ में थलाइवा और भगवान कहा जाता है। रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है। उन्होंने 25 साल की उम्र में अपने फिल्मी करियर की शुरूआत की थी। उनकी पहली तमिल फिल्म अपूर्वा रागनगाल थी। इस फिल्म में उनके साथ कमल हासन और श्रीविद्या भी थीं। लीड रोल में उनकी पहली फिल्म 1978 भैरवी आई थी। जो हिट रही और रजनीकांत सुपरस्टार बन गए।
रजनीकांत ने राजनीति में आने की घोषणा की थी। लेकिन 70 साल के रजनीकांत ने खराब सेहत की वजह से चुनावी राजनीति में नहीं आने का फैसला किया। तीन दिसंबर को उन्होंने कहा था की नई पार्टी बनाएंगे और 2021 का विधानसभा चुनाव भी लड़ेंगे। 31 दिसंबर को नई पार्टी का ऐलान भी होने वाला था लेकिन ऐसा नहीं हो सका।