परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद के बेटे को नहीं मिली ऑक्सीजन, मौत
परिवार का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने उनके लिए ऑक्सीजन का इंतजाम नहीं किया।
कानपुर (जोशहोश डेस्क) देश में कोरोना का हाहाकार है। ऑक्सीजन की कमी से मरीज अस्पताल में दम तोड़ रहे हैं। परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद के 61 वर्षीय बेटे अली हसन का भी ऑक्सीजन कम होने से निधन हो गया। परिवार का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने उनके लिए ऑक्सीजन का इंतजाम नहीं किया।
अली हसन परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद के चार बेटों में दूसरे नंबर के थे। वे आर्डिनेंस इक्विपमेंट फैक्ट्री से सेवानिवृत होने के बाद गाजीपुर में परिवार समेत रहते थे। अली हसन के बड़े बेटे सलीम के मुताबिक 21 अप्रैल को खांसी की शिकायत के बाद उनके पिता का ऑक्सीजन लेवल कम होने लगा।
इसके बाद अली हसन को एलएलआर हॉस्पिटल लाया गया। यहां सलीम ने डाॅक्टरों से ऑक्सीजन लगाने का अनुरोध किया। डॉक्टरों ने पहले उन्हें ऑक्सीजन सिलिंडर लगा दिया, जिससे उनकी हालत में सुधार होने लगा। चार घंटे बाद डॉक्टरों ने यह कहते हुए ऑक्सीजन सिलिंडर हटा लिया कि तबीयत में सुधार है, और अब ऑक्सीजन सिलिंडर की जरूरत नहीं है। \
इसके बाद अले हसन की तबियत बिगड़ती चली गई। यहां तक कि उनका कोरोना टेस्ट भी नहीं कराया गया। सलीम ने डाॅक्टर्स को यह भी बताया कि अली हसन परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद के बेटे हैं। इसके बाद भी उनके इलाज में लापरवाही बरती गई। लगातार ऑक्सीजन कम होने से शुक्रवार तड़के तीन बजे अली हसन की मौत हो गई।
अली हसन के निधन की खबर पर कुमार विश्वास ने ट्वीट किया है-
गौरतलब है कि 1965 के भारत पाकिस्तान युद्ध में अब्दुल हमीद ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए पाकिस्तान पैटन टैंक तबाह कर दिए थे। इस असाधारण शौर्य पर अब्दुल हमीद को सेना के सबसे बड़े सम्मान परमवीर चक्र से नवाजा गया था।