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बुरहानपुर: BJP नेता के भतीजे ने रची दंगे की साजिश, कब चलेगा CM का बुलडोज़र?

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुरहानपुर की घटना को लेकर उठाये सवाल

बुरहानपुर (जोशहोश डेस्क) प्रदेश के संवेदनशील कहे जाने वाले बुरहानपुर के मंदिर में मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर माहौल खराब करने की साजिश बेनकाब हो चुकी है। मुख्य आरोपी को एक बड़े भाजपा नेता का रिश्तेदार बताया जा रहा है। आरोपी को गिरफ्तारी के बाद प्रदेश कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि दंगे भडकाने की साजिश के आरोपी के घर अब तक बुल्डोजर क्यों नहीं चला है?

बुधवार को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुरहानपुर की घटना को लेकर सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि 2 मई को बुरहानपुर में घटित घटना और इसे अंजाम देने के लिए सामने आए आरोपित घृणित चेहरे ने भाजपाई चरित्र को तार-तार कर दिया है। यदि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर भाजपा नेता का रिश्तेदार आरोपी नहीं पकड़ा जाता तो शहर में अक्षयतृतीया, भगवान परशुराम प्रकटोत्सव और ईद का पर्व भयंकर दंगों में तब्दील हो सकता था।

अरुण यादव ने कहा कि इस घृणित घटना के 48 घंटे पूरे हो चुके हैं। आरोपी पर अब रासुका क्यों नहीं लगाई गई? शिवराज मामा का बुलडोज़र क्या डीज़ल मंहगा होने से बंद क्यों हो गया? या उसने आरोपी के भाजपाई होने के कारण ‘आत्मसमर्पण’ कर दिया है? अरुण यादव ने सीएम शिवराज पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा था कि परशुराम का फरसा दुष्टों के लिए था, हमारा फरसा भी दुष्टों के खिलाफ चलेगा। क्या बुरहानपुर की घटना का आरोपी आपकी निगाह में दुष्ट है या राष्ट्रवादी? स्पष्ट किया जाए।

गौरतलब है कि दो मई को शहर के मालीवाड़ा स्थित हनुमान मंदिर में मूर्ति को क्षतिग्रस्त किये जाने का मामला सामने आया था। आरोपी ने हनुमान प्रतिमा का अंगभंग किया और एक अन्य मूर्ति को भी खंडित किया। क्षेत्र में तनाव फैलने की आशंका के बीच पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की मदद से दो घंटे बाद ही आरोपी को खोज निकाला।

पुलिस ने जब आरोपी को गिरफ्तार किया तो पता चला कि मंदिर में तोड़फोड़ करने वाला कोई और नहीं बल्कि एक हिंदू युवक सतीश चौहान है। करीब 28 साल के सतीश को भाजपा के बड़े नेता का भतीजा बताया जा रहा है। बुधवार को पुलिस ने आरोपी सतीश को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे खंडवा जेल भेज दिया गया है। सोशल मीडिया पर यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा नेता से जुड़े होने के कारण मामले को दबाया जा रहा है। अगर आरोपी किसी अन्य धर्म का होता तो सरकार अब तक एक्शन मोड में आ चुकी होती।

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