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पूर्व छात्रों के विरोध का असर, सैनिक स्कूलों में नहीं बदलेंगे जवाहर नवोदय विद्यालय

भोपाल (जोशहोश डेस्क) केंद्र सरकार ने एक मार्च को पत्र जारी करके कहा था कि जवाहर नवोदय विद्यालयों को सैनिक स्कूल में बदला जाएगा। लेकिन अब सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया है।

बता दें कि एक मार्च से 5 मार्च कत देश भर के क्षेत्रीय कार्यालयों को पत्र भेज कर कहा गया था कि जवाहर नवोदय विद्यालयों को सौनिक स्कूल पैटर्न में बदला जाएगा। इस फैसले का All India JNV Alumni एसोसिएशन  ने विरोध किया था। संगठन ने फेसबुक ग्रुप और पेज के माध्यम से भी अपना विरोध दर्ज करवाया था। जिसमें 3 लाख से ज्यादा पूर्व विद्यार्थी शामिल हैं।

नवोदय विद्यालय के पूर्व छात्रों के संगठन All India JNV Alumni एसोसिएशन ने इन स्कूलों के स्वरूप को बदलने और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का नाम हटाने की इस क़वायद का विरोध किया था। पूर्व छात्रों का कहना था कि अगर सरकार को सैनिक स्कूल ही बनाने हैं तो अलग से बनाये। नवोदय विद्यालय की पहचान मिटाना अनुचित है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की नवोदय शिक्षा समिति ने 4 मार्च को एक पत्र जारी किया था। इसके मुताबिक़ भोपाल, सीहोर, कटनी (मप्र), रायपुर (छग) और बालासोर (उड़ीसा) के जवाहर नवोदय विद्यालयों को परंपरागत सैनिक स्कूलों के पैटर्न पर बदले जाने की बात कही गई थी।

गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने जवाहर नवोदय विद्यालयों की स्थापना की थी और पीवी नरसिंहराव की सरकार में इन स्कूलों का देश भर में विस्तार हुआ था।

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