कल्याण सिंह की पार्थिव देह पर तिरंगे के ऊपर BJP का झंडा ? कांग्रेस ने उठाया सवाल
कल्याण सिंह को श्रद्धाजंलि देते समय भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्थिव देह पर रखा भाजपा का झंडा।
लखनऊ (जोशहोश डेस्क ) उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा रविवार सुबह लखनऊ पहुंचे। इस दौरान जेपी नड्डा ने तिरंगे में लिपटी कल्याण सिंह की पार्थिव देह पर भाजपा का झंडा भी रखा। ऐसा क्यों किया गया? इसे लेकर सोशल मीडिया पर तर्क वितर्क हो रहे हैं। कांग्रेस ने भी कल्याण सिंह की पार्थिव देह पर तिरंगे के ऊपर BJP का झंडा रखे जाने पर सवाल उठाया है।
दरअसल कल्याण सिंह की ये इच्छा थी कि निधन के बाद उनकी पार्थिव देह को भारतीय जनता पार्टी के झंडे में लिपटाया जाया। यही कारण था कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने श्रद्धाजंलि देते समय पार्थिव देह पर भाजपा का झंडा रखा।
कल्याण सिंह की पहचान एक प्रखर हिंदूवादी नेता के रूप में होती है। उत्तर प्रदेश में छह दिसंबर 1992 के बाद कल्याण सिंह की सरकार बर्ख़ास्त कर दी गई थी। साल 1997 में कल्याण सिंह दोबारा मुख्यमंत्री बने थे लेकिन दो साल बाद ही पार्टी ने ही उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था। इसके बाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से कल्याण सिंह के मतभेद बढ़ते चले गए और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफ़ा देकर नई पार्टी बनाई।
कुछ साल बाद जब कल्याण सिंह जब दोबारा भाजपा में शामिल हुए तो उन्होंने एक जनसभा में कहा था कि संघ और भाजपा के संस्कार मेरे रक्त की बूंद-बूंद में समाए हैं। मेरी इच्छा है कि जीवन भर भाजपा में रहूं और जीवन का जब अंत होना हो तो मेरा शव भी भारतीय जनता पार्टी के झंडे में लिपटकर जाए।
दूसरी ओर सोशल मीडिया में इसे लेकर सवाल भी उठ रहे हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने ट्ववीट किया-
पूर्व राजनयिक केसी सिंह ने लिखा कि क्या जेपी नड्डा का ऐसा करना अनुमतियोग्य और प्रोटोकाल के अन्तर्गत है?
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का शनिवार रात निधन हो गया था। वे 89 साल के थे और लम्बे अस्वस्थ चल रहे थे। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होना है। इससे पहले लखनऊ में उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अन्य कई नेताओं और कार्यकर्ता श्रद्धांजलि दी।