मोदी सरकार के कार्यकाल में 152% बढ़ा हर भारतीय पर क़र्ज़
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ का खुलासा, उद्योगपति गौतम अडाणी को दिए जा रहे कर्ज को लेकर केंद्र सरकार पर उठाए सवाल।
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) मोदी सरकार के कार्यकाल में देश के हर नागरिक पर कर्ज करीब 152 प्रतिशत बढ़ गया है। वहीं कर्ज में डूबे उद्योगपति गौतम अडाणी को नियमों को ठेंगा दिखा दो साल में करीब 48 हजार करोड़ का कर्ज दिया गया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने मीडिया से खास चर्चा में गुरुवार को यह आरोप लगाए। गौरव वल्लभ ने इस दौरान अमेरिका स्थित एक रिसर्च फर्म की रिपोर्ट का हवाला देेते हुए गौतम अडाणी को दिए जा रहे कर्ज को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल भी उठाए।
उद्योगपति गौतम अडानी को लेकर उन्होंने न्यूयॉर्क की क्रेडिट रिसर्च फर्म की क्रेडिट रिसर्च रिपोर्ट के हवाले से कहा कि ‘हम दो, हमारे दो’ सरकार के नंबर-1 व्यक्ति अडानी के ऊपर कुल कर्ज ₹2.30 लाख करोड़ का है। अब सवाल यह उठता है कि अडानी ग्रुप को यह कर्ज कौन दिलवा रहा है-
गौरव वल्लभ ने बताया कि साल 2020 से 2022 के बीच अडानी ने करीब 48 हज़ार करोड़ का क़र्ज़ लिया इसमें से करीब 18 हज़ार करोड़ का क़र्ज़ एसबीआई से मिला है। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट कह रही है कि अडानी ग्रुप कर्ज में दब रहा है। अडानी ग्रुप नए गैर-अनुभव वाले बिजनेस में जा रहा है जिससे उसे और भी क़र्ज़ लेने की जरुरत पड़ेगी।
अर्थशास्त्र और वित्तीय मुद्दों के जानकार गौरव वल्लभ ने कहा कि 2014 में सरकार के लिए कर्ज के कारण हर हिंदुस्तानी पर ₹43,124 कर्जा था, यह कर्जा वित्तीय वर्ष 2023 में बढ़कर हर ₹1,09,000 हो जाएगा। इसका अर्थ यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुप्रबंधन के कारण प्रति हिंदुस्तानी पर कर्ज 152% बढ़ा है।