बिना मास्क चुनाव प्रचार करने पर HC ने केंद्र और EC को भेजा नोटिस
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) देश के पांच राज्यों में चल रहे चुनावों में नेता भीड़ के बीच बिना मास्क लगाए चुनाव प्रचार करने में लगे हुए हैं। वहीं आम आदमी को मास्क न लगाने पर पीटा जा रहा है और जुर्माना वसूला जा रहा है। इस संबंध में दिल्ली हाईकोर्ट में दी गई एक याचिका पर आज सुनवाई हुई। कोर्ट ने केंद्र और चुनाव आयोग से इस मामले पर जवाब मांगा है।
इस संबंध में उत्तरप्रदेश के पूर्व डीजीपी और थिंक टैक सीएएससी के चेयरमैन विक्रम सिंह ने 17 मार्च को एक याचिका डाली थी। कोर्ट ने 22 मार्च को नोटिस जारी करके केंद्रीय गृह मंत्रालय और चुनाव आयोग से 30 अप्रैल के पहले अपना जवाब दायर करने के आदेश दे दिए हैं। उसके बाद ही 23 मार्च को केंद्र सरकार ने कोरोना की नई गाइडलाइंस जारी की थीं।
सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट विराग गुप्ता ने बताया कि याचिका में कहा गया था कि देश में सबके लिए नियम कायदे एक होने चाहिए। चुनाव प्रचार के दौरान अगर प्रत्याशी, स्टार प्रचारक या समर्थक मास्क लगाने का नियम तोड़ें तो उन पर स्थायी तौर पर या एक तय समय के लिए प्रचार पर रोक लगा देनी चाहिए।
चुनावी राज्यों में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी
चुनावी राज्यों में चुनाव प्रचार का असर दिखने लगा है। इन राज्यों में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पश्चिम बंगाल में 26 फरवरी तक हर दिन 200 से कम केस आ रहे थे। अब अप्रैल के शुरूआती पांच दिनों में ही 6,700 लोग संक्रमित हो चुके हैं। केरल में भी हाल के हफ्तों में कोरोना के नए मामलों में उछाल देखा गया है। तमिलनाडु में 26 फरवरी तक में करीब हर दिन 500 से कम नए मामले सामने आ रहे थे। वहीं अप्रैल में राज्य में रोज 3,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं।
आम जनता से जमकर वसूला गया है जुर्माना
दिल्ली पुलिस ने अप्रैल से जुलाई 2020 तक आम जनता से बतौर जुर्माना 2.4 करोड़ रुपए वसूला था। वहीं नवंबर में सिर्फ 5 दिन में डेढ़ करोड़ रुपए वसूले गए। झारखंड पुलिस ने लॉकडाउन के समय मास्क न लगाने पर लोगों से लगभग 5 करोड़ रुपए वसूलें हैं। चुनावी राज्य तमिलनाडु में भी पुलिस ने जमकर जुर्माना वसूला है। तमिलनाडु पुलिस ने जून 2020 में दो करोड़ रुपए वसूले हैं।