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मीडिया का फर्जीवाड़ा : सामने आया CM योगी की वाहवाही का सच

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) जी न्यूज, न्यूज 18 यूपी, पत्रिका समेत कई चैनलों ने टाइम मैगजीन का हवाला देते हुए योगी आदित्यनाथ की खूब तारीफ की। तारीफ में कहा गया कि योगी सरकार ने कोरोना महामारी में किस तरह परिस्थितियों को संभाला। न्यूज चैनल की अधिकतर वेबसाइट ने अपनी खबरों में टाइम मैगजीन का स्क्रीनशॉट डाला हुआ था। बाद में यह पड़ताल में यह बात सामने आई कि जिसे रिपोर्ट बताया जा रहा था, वह विज्ञापन था।

जी न्यूज ने अपनी खबर में लिखा था कि- दुनिया ने भी माना योगी का कारनामा। जी न्यूज ने ट्विटर पर डाली अपनी खबर में यह भी लिखा कि – कोरोना काल में यूपी सरकार के काम का बजा डंका, सीएम योगी को टाइम मैगजीन ने सराहा।

जब इस खबर की पड़ताल फैक्ट चेकर वेबसाइट आल्ट न्यूज ने की तो कुछ और ही बात निकल कर सामने आई। आल्ट न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि टाइम मैगजीन में छपे इस आर्टिकल को सबसे पहले 15 दिसंबर 2020 को मुख्यमंत्री कार्यालय से ट्विटर पर पोस्ट किया गया था। तब यह मेनस्ट्रीम मीडिया तक नहीं पहुंची थी। इसके 2 हफ्ते बाद BSE के सीइओ और भाजपा समर्थक आशीष चौहान ने इसे शेयर किया तो यह ट्विटर पर वायरल हो गई और मेनस्ट्रीम मीडिया ने इसे तारीफ करते हुए अपने चैनल, वेबसाइट में लगा दिया।

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यह 3 पेज का आर्टिकल असल में उत्तर प्रदेश सरकार का ऐडवर्टोरियल है। इस आर्टिकल के ऊपर लिखा है – उत्तर प्रदेश का कॉन्टेंट (content from Uttar Pradesh)। मैगजीन में ऐडवर्टोरियल एक तरह का विज्ञापन होता है जिन्हें संपादकीय ढंग से लिखा जाता है। इसके लिए एक तय रकम भी अदा की जाती है। इसके अलावा इस तरह के आर्टिकल में लेखक का नाम भी नहीं होता है, जबकि रिपोर्ट्स में लेखक की बाइलाइन होती है।

ऐडवर्टोरियल होने की वजह से यह आर्टिकल टाइम मैगजीन की वेबसाइट में भी नहीं देखा जा सकता और इसका कोई ऑनलाइन लिंक नहीं है। इस आर्टिकल को यूपी सरकार द्वारा दिसंबर के शुरू में पत्रकारों को प्रेस रिलीज के लिए भेजा गया था।

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