जानिए कैपिटल हिल प्रदर्शन में तिरंगा फहराने वाला शख्स कौन है..
विंसेंट की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार उनका जन्म केरल के एर्नाकुलम जिले के कुंबलम में हुआ था।
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) बुधवार को वाशिंगटन डीसी में संयुक्त राज्य अमेरिका के कैपिटल हिल में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें अमेरिकी झंडों के बीच एक व्यक्ति द्वारा भारतीय तिरंगा लहराया जा रहा था।
इसके बाद से ही ट्विटर पर इसको लेकर प्रतिक्रिया आने लगीं। सबसे पहले भाजपा के वरूण गांधी ने इसके बारे में ट्वीट किया था, फिर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी थी।
कौन है झंडा फहराने वाला शख्स
भारतीय तिरंगा एक अमेरिकी भारतीय विंसेंट जेवियर ने थामा हुआ था। विंसेंट जेवियर कैपिटल हिल के बाहर नारे लगाने वाले डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों की भीड़ के बीच मौजूद थे। वह ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य हैं। विंसेंट मूल रूप से केरल के कोच्चि शहर के हैं। अब वह फेयरफैक्स, वर्जीनिया में रहते हैं।
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केरल के हैं विंसेट
विंसेंट की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार उनका जन्म केरल के एर्नाकुलम जिले के कुंबलम में हुआ था। उन्होंने सेंट थॉमस हाई स्कूल और सेक्रेड हाई स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की है। वे कोच्चि में केरल औद्योगिक और तकनीकी परामर्श संगठन में प्रोजेक्ट इंजीनियर के रूप में भी काम कर चुके हैं।
रेनो विश्वविद्यालय में सिविल इंजीनियरिंग में मास्टर में प्रवेश लेने के बाद वे अमेरिका चले गए थे। उन्होंने मैरीलैंड स्टेट हाईवे एडमिनिस्ट्रेशन और मेट्रो वाशिंगटन काउंसिल ऑफ गवर्नमेंट्स साथ भी काम किया है।
वर्तमान में विंसेंट संयुक्त राज्य अमेरिका के सबसे बड़े मलयाली-सदस्य संगठन FOMAA के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य करते हैं। विंसेंट ने 2015 में इंडो-अमेरिकन राजनीतिक थिंक टैंक की शुरूआत की थी।
ट्रंप समर्थक हैं विंसेंट
विंसेंट रिपब्लिकन और ट्रंप समर्थक हैं। विंसेंट ने फेयरफैक्स में स्कूल बोर्ड का चुनाव भी लड़ा था। उन्होंने वीडियो वायरल होने के बाद फेसबुक में भी एक पोस्ट किया था, जिसमें बताया था कि वह मौके पर क्यों मौजूद थे।
उन्होंने अपनी फेसबुक-ट्वीटर पोस्ट में दावा किया कि वह शांतिपूर्वक तरीके से विरोध कर रहे थे। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि वह एक अमेरिकी देशभक्त हैं और कई वियतनामी, भारतीय, कोरियाई और ईरानी मूल के लोग यह मानते हैं कि अमेरिका के चुनाव में बड़े पैमाने में धोखाधड़ी हुई है। इस वजह से सभी लोग मिल कर अपने अधिकारों क लिए शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे।