तेलंगाना में बदली चुनावी हवा, कांग्रेस की टाॅप लीडरशिप का 24 को हल्लाबोल
24 नवंबर को पार्टी के शीर्ष नेता एक साथ नौ रैलियां कर दिखाने जा रहे ताकत
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पूरी ताकत झोंकती नजर आ रही है। मध्यप्रदेश में वोटिंग के बाद अब पार्टी का पूरा फोकस राजस्थान और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव पर है। तेलंगाना में पार्टी को मिल रहे जबर्दस्त समर्थन से सियासी हवा बदलती दिख रही है वहीं अब पार्टी की टाॅप लीडरशिप 24 नवंबर को राज्य में हल्ला बोलने जा रही है।
तेलंगाना में कांग्रेस की चुनावी उम्मीदें लगातार उजली होती जा रही हैं। अब तक के कई ओपनियन पोल में पार्टी की स्थिति मजबूत बताई जा रही है, यहां तक कि अब तो सट्टा बाजार में भी कांग्रेस के आगे निकलने की बात सामने आने लगी है।
राज्य में संभावनाओं को देखते हुए पार्टी लीडरशिप भी संजीदा नजर आ रही है। राज्य में 24 नवंबर को पार्टी के शीर्ष नेता एक साथ नौ रैलियां कर अपनी ताकत दिखाने जा रहे है। इस दिन पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी राज्य में नौ चुनावी जनसभाएं करेंगे।
भारत जोड़ो यात्रा के बाद राज्य में बेहद लोकप्रिय नजर आ रहे राहुल गांधी की इस दिन चार चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। वहीं प्रियंका गांधी तीन जनसभाओं में हुंकार भरेंगी। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी दो रैलियों से चुनावी अभियान को धार देंगे।
हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी का घोषणापत्र ‘अभय हस्तम’ जारी किया था। इसमें कांग्रेस ने राज्य में सत्ता में आने पर महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति माह और 500 रुपये में गैस सिलेंडर के साथ-साथ सभी घरों में 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया है। ‘रायतू भरोसा’ के तहत पार्टी ने प्रत्येक वर्ष किसानों को 15,000 रूपये की निवेश सहायता देने का वादा भी किया है, वहीं खेतों में काम करने वाले मजदूरों को 12,000 रुपये दिए जाएंगे। वहीं ‘चेयुता’ के तहत पात्र लाभार्थियों को 4,000 रूपये सामाजिक पेंशन और 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा देने का वादा किया गया है।
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश से सटे तेलंगाना की 119 सीटों के लिए 30 नवंबर को मतदान होना है। पूरे प्रदेश में एक चरण में चुनाव हो रहे हैं। तेलंगाना में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला भाजपा, भारत राष्ट्र समिति और कांग्रेस पार्टी के बीच है। तेलंगाना के गठन के बाद राज्य में यह तीसरा विधानसभा चुनाव है।