कूनो में आठवें चीते की मौत, जिम्मेदार कौन फोटोजीवी PM या इवेंटजीवी CM?
चार माह में 8वे चीते की मौत के बाद केंद्र और प्रदेश सरकार के बहुप्रचारित प्रोजेक्ट चीता पर उठ रहे सवाल
श्योपुर (जोशहोश डेस्क) कूनो नेशनल पार्क में शुक्रवार को एक और नर चीते सूरज की मौत हो गई। बीते 4 महीने में कूनो नेशनल पार्क में यह आठवें चीते की मौत है। इससे पहले मंगलवार को नर चीते तेजस की मौत हुई थी। महज चार माह में 8वे चीते की मौत के बाद केंद्र और प्रदेश सरकार के बहुप्रचारित प्रोजेक्ट चीता पर सवाल उठ रहे हैं।
बताया जा रहा है कि हाल ही में तेजस और सूरज चीते के बीच हिंसक झड़प में तेजस घायल हो गया था। मंगलवार को उसकी मौत हो गई थी। इस संघर्ष में सूरज भी गंभीर रूप से घायल हो गया था और अब शुक्रवार को सूरज का भी शव मिल गया।
इधर चार माह में 8वे चीते की मौत के बाद कांग्रेस ने केंद्र के साथ राज्य सरकार के प्रबंधन पर सवाल उठाये हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि लगातार चीतों की मौत होने के बावजूद अब तक ऐसी कोई योजना सामने नहीं आई है जिसमें इन वन्य प्राणियों के जीवन को संरक्षित करने की कोई पहल की गई हो।
कमलनाथ ने आगे लिखा कि राजनैतिक प्रदर्शन-प्रियता के लिए वन्य प्राणियों को शोभा की वस्तु बनाना, लोकतंत्र के चुने हुए प्रतिनिधियों को शोभा नहीं देता। मैं जिम्मेदार लोगों से आग्रह करता हूं कि वह पर्यावरणविद् और वैज्ञानिकों से चर्चा कर शीघ्र ही ऐसा कोई प्लान बनाएं, जिनसे इन प्राणियों के जीवन की रक्षा हो सके।
वहीं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कूनो में 8वे चीते की मौत की मौत पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने दो टूक लिखा कि कूनो नेशनल पार्क में लगातार हो रही चीतों के मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा? फोटोजीवी प्रधानमंत्री या इवेंटजीवी मुख्यमंत्री?
बता दें कि कूनो नेशनल पार्क उस समय सुर्ख़ियों में आया था जब बीते साल 17 सितंबर को पीएम मोदी ने यहाँ अफ्रीका से लाये आठ चीतों को बाड़े में छोड़ा था। इसके बाद 18 फरवरी 2023 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कूनो में दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों को बाड़े में छोड़ा था। इनमें 7 नर चीते और 5 मादा चीते शामिल थे।
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हालांकि अफ्रीका से चीतों को लाये जाने पर तब सवाल भी उठे थे। यह कहा गया था कि कूनो अभयारण अफ़्रीक़ों चीतों के लिहाज से अनुकूल नहीं है। एक्सपर्ट का कहना था कि कूनो नेशनल पार्क में चीतों के लिए पर्याप्त जगह मौजूद नहीं है। अब ये शंकाएं सच साबित होती दिख रही हैं क्योंकि अब तक कूनो नेशनल पार्क में 8 चीतों की मौत हो चुकी है।