सोनू सूद के दफ्तर में IT सर्वे, वायरल हो रहा- ना मदद करूंगा ना करने दूंगा
सोनू सूद के कार्यालय पर आयकर विभाग की कार्रवाई, तीखी प्रतिक्रियाएं।
मुंबई (जोशहोश डेस्क) कोरोना काल में गरीबों और पीडितों-प्रभावितों के मसीहा के रूप चर्चित हुए अभिनेता सोनू सूद के कार्यालय पर आयकर विभाग का सर्वे गुरुवार को लगातार दूसरे दिन भी जारी है। सोनू सूद (Sonu Sood) के मुंबई स्थित दफ्तरों पर आयकर विभाग की इस कार्रवाई पर हैरानी जताई जा रही है। वहीं इस कार्रवाई को लेकर केंद्र की मोदी सरकार सोशल मीडिया के निशाने पर आ गई है।
बताया जा रहा है कि सोनू सूद की कंपनी और लखनऊ की एक रियल एस्टेट कंपनी के बीच हुए एक संपत्ति सौदे को लेकर आयकर विभाग ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। आयकर विभाग को इस डील में कर चोरी की आशंका है।
सोनू सूद के कार्यालय पर आयकर विभाग की इस कार्रवाई को लेकर न सिर्फ सवाल उठाये जा रहे हैं बल्कि सरकार को आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ रहा है। यूजर्स सोनू सूद द्वारा की गई मदद को याद कर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। इस कार्रवाई को दिल्ली सरकार द्वारा हाल ही में सोनू सूद को मेंटरशिप प्रोग्राम का ब्रैंड एम्बेसडर बनाए जाने से भी जोड़ा जा रहा है-
गौरतलब है कि बीते साल लॉकडाउन में मजदूरों के पलायन के समय सोनू सूद ने कई जरूरतमंद लोगों की मदद कर अचानक सुर्ख़ियों में आये थे उसके बाद से लगातार वे कोरोनाकाल में लोगों की मदद कर रहे हैं यहाँ तक कि उन्हें गरीबों का मसीहा तक कहा जाने लगा है।
उनकी इस लोकप्रियता और छवि को देखते हुए यह कहा जाने लगा था कि सोनू सूद जल्द ही किसी राजनीतिक दल में प्रवेश कर सकते हैं हालांकि सोनू सूद ने इस खबरों का हमेशा से ही खंडन किया है। हाल ही में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने सोनू सूद को स्कूली बच्चों के लिए चलाए जा रहे मेंटरशिप प्रोग्राम का ब्रैंड एंबेसडर बनाया था। यही कारण है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी आयकर विभाग की इस कार्रवाई का विरोध किया है।