विधायक के बेशर्म बोल पर ठहाके, क्या पूरे सदन में सब के सब बंजर बैठे थे?
यह बेहद शर्म की बात है कि विरोध करना तो दूर ऐसे बयान पर सदन पर ठहाके लगाए जाते रहे। इन राष्ट्र निर्माताओं से क्या उम्मीद की जाए?
बेंगलुरु (जोशहोश डेस्क) कर्नाटक विधानसभा में रेप को लेकर दिए गए बयान पर हुई फजीहत के बाद कांग्रेस विधायक रमेश कुमार ने माफी मांग ली है। हालांकि सदन में इस तरह के बेशर्मी भरे बयान को लेकर न सिर्फ रमेश कुमार बल्कि बयान पर ठहाके लगाने वाले स्पीकर अन्य नेताओं की जमकर आलोचना हो रही है। कहा जा रहा है यह बेहद शर्म की बात है कि विरोध करना तो दूर ऐसे बयान पर सदन पर ठहाके लगाए जाते रहे। इन राष्ट्र निर्माताओं से क्या उम्मीद की जाए?
वहीं विधायक की मुंहजोरी पर कांग्रेस ने भी आपत्ति जताई है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे समेत अन्य नेताओं ने रमेश कुमार के बयान की निंदा की है। वहीं भाजपा इस मुददे पर हमलावर है। भाजपा ने उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी द्वारा दिए नारे ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ पर सवाल उठाते हुए रमेश कुमार को कांग्रेस से निकाले जाने की मांग की है।
सोशल मीडिया पर भी रमेश कुमार के बयान और सदन के ठहाकों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दिखाई दे रही है-
गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक रमेश कुमार ने सदन में अभद्र बयान देते हुए कहा था कि ‘एक कहावत है, जब बलात्कार से बचना मुश्किल हो, तो लेट जाओ और इसका आनंद लो’ । बड़ी बात यह है कि बयान का विरोध करने की बजाय स्पीकर समेत सदन के अन्य सदस्य ठहाके लगाते नजर आए थे। उस बयान वक्त आया जब विधायकगण विधानसभा में किसानों के मुद्दों पर चर्चा के लिए अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी से समय मांग रहे थे।
विधायकों की इस मांग पर जब विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने कहा कि अगर सभी को समय दिया गया तो वह सत्र कैसे चला पाएंगे? इस पर उन्होंने सदस्यों को स्वयं निर्णय लेने के लिए कहते हुए उन्होंने कांग्रेस विधायक केआर रमेश कुमार की ओर देखा और कहा, “मुझे लगता है कि स्थिति का आनंद लें, मैं इसे नियंत्रण में नहीं रख सकता और इसे व्यवस्थित तरीके से ही आगे बढ़ा सकता हूं। इसके जवाब में कांग्रेस विधायक ने अभद्र बयान दे डाला।