किसान आंदोलन : लड़ता पंजाब, पढ़ता पंजाब
क्या आपको पता है सिंघु बॉर्डर में जहां आंदोलन चल रहा है वहां बैठे किसानों के लिए 4 लाइब्रेरी हैं। एक लाइब्रेरी पीएचडी कर रहे छात्र चला रहे हैं तो दूसरी दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र।
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) नई दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को दो महीने से ज्यादा हो गया है, लेकिन जब आप वहां बैठे किसानों से इस बारे में बात करेंगे तो पाएंगे कि वह पिछले छह महीनों से आंदोलन कर रहे हैं। इससे पहले वह पंजाब की सड़कों में बैठ कर आंदोलन कर चुके हैं। जब वहां से सरकार तक आवाज नहीं पहुंची तो वे आंदोलन करने दिल्ली आ गए।
पिछले दो महीनों से चल रहे किसान आंदोलन को बहुत कम दिखाया है। इसके साथ ही आंदोलन के अंदर की खबरों को न के बराबर ही जगह दी है। क्या आपको पता है सिंघु बॉर्डर में जहां आंदोलन चल रहा है वहां बैठे किसानों के लिए 4 लाइब्रेरी हैं। एक लाइब्रेरी पीएचडी कर रहे छात्र चला रहे हैं तो दूसरी दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र।
भगत सिंह लाइब्रेरी
भगत सिंह लाइब्रेरी दिल्ली विश्वविद्यालय के मैं पढ़ने वाले ग्रेजुएशन के एक छात्र द्वारा संचालित की जा रही है। उन्होंने नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि जब से आंदोलन शुरू हुआ है तब से ही वह यहां लाइब्रेरी संचालित कर रहे हैं। उनकी लाइब्रेरी में पंजाबी हिंदी और अंग्रेजी में किताबें हैं। उन्होंने बताया कि यहां पर रोजाना अनेक लोग किताबें पढ़ने आते हैं। इसके साथ ही यदि किसी को किताब अपने टेंट में पढ़नी होती है तो वह पढ़ कर वापस भी कर देता है। इसके साथ ही लाइब्रेरी में पढ़ने की उचित व्यवस्था की गई है। लाइब्रेरी में बैठने के साथ-साथ पानी-चाय की भी व्यवस्था की गई है, ताकि पढ़ने वाले को पढ़ने में सुविधा हो।
जंगी लाइब्रेरी
जंगी लाइब्रेरी पंजाब के दो स्कॉलर चलाते हैं, वह दोनों सगे भाई भी हैं और उन्होंने लाइब्रेरी को आंदोलन के शुरुआत से ही खोल कर रखी हुई है। इसके साथ ही उनके प्रोफेसर किसानों के समर्थन में एक अखबार निकालते हैं। उनके अनुसार उनकी लाइब्रेरी में एक पाठक बीते 2 महीनों में 9 किताबें पढ़ चुका है। ऐसे ही कई किसान है जो लगातार किताबें पढ़ते हैं। उनकी लाइब्रेरी में अलग-अलग तरह की किताबें हैं। अग्रेजी की प्रसिद्ध पुस्तकों के साथ-साथ हिंदी और पंजाबी की भी किताबें हैं। इसके साथ ही उनकी लाइब्रेरी में प्रत्येक दिन के अखबार भी मिल जाते हैं।
अंबेडकर स्टूडेंट एसोसिएशन लाइब्रेरी
अंबेडकर स्टूडेंट एसोसिएशन लाइब्रेरी पंजाब यूनिवर्सिटी के अंबेडकर स्टूडेंट एसोसिएशन ने खोली हुई है। इस लाइब्रेरी में अंबेडकर के साथ-साथ हिंदी, इंग्लिश और पंजाबी में अनेक किताबें उपलब्ध। इस लाइब्रेरी को चलाने वाले छात्र सिंघु बॉर्डर के किनारे बसे स्लम एरिया के बच्चों को पढ़ाने का काम भी करते हैं। कई बच्चे हैं जो पिछले 2 महीनों से लगातार इन लाइब्रेरी में पढ़ने आते हैं।
सांझी सत्थ लाइब्रेरी
पंजाब राज्य के रोपड़ जिले के बलकार सिंह आंदोलन के शुरुआत से ही सिंघु बॉर्डर पर हैं। शुरुआत में वह आंदोलन में साफ-सफाई का काम करते थे। इसके साथ ही लोगों को सफाई के लिए जागरुक किया करते थे। इसके बाद उन्हें एक ऐसी जगह के निर्माण की जरूरत महसूस हुई जहां किसान मंच के अलावा भी अपनी बात रख सकें। इस सोच के साथ ही उन्होंने अपने साथियों के साथ सांझी सत्थ लाइब्रेरी की शुरुआत की। उनकी लाइब्रेरी में किसान आंदोलन को लेकर विचार विमर्श होता है, इसके साथ ही कई मुद्दों को लेकर भी चर्चा होती है।
यह लाइब्रेरी सुबह 10:00 से 3:00 तक संचालित होती है इसके बाद यहां पर जिन युवाओं को पेंटिंग का शौक है या स्लोगन लिखने का शौक है वो यहां आकर वह सब लिखते हैं। इसके साथ ही सिंघु बॉर्डर के आसपास मौजूद स्लम एरिया के बच्चों को भी पेंटिंग सिखाई जाती है।