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नरेंद्र मोदी जी…क्या आपका मित्र अडानी संसद और भारत की महान जनता से बड़ा हो गया?

प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बोला तीखा हमला

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने की तारीख से लोकसभा के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया। इस फैसले के बाद अब राहुल गांधी 6 साल तक चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे। राहुल गांधी की सदस्यता को लेकर लिए गए फैसले पर न सिर्फ कांग्रेस बल्कि अन्य विपक्षी दलों ने भी तीखा विरोध किया है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राहुल गांधी को लोकसभा के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। प्रियंका गांधी ने एक के बाद एक चार ट्वीट किये-

प्रियंका गांधी ने लिखा-

नरेंद्र मोदी जी आपके चमचों ने एक शहीद प्रधानमंत्री के बेटे को देशद्रोही, मीर जाफ़र कहा। आपके एक मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी का पिता कौन है? कश्मीरी पंडितों के रिवाज निभाते हुए एक बेटा पिता की मृत्यु के बाद पगड़ी पहनता है, अपने परिवार की परंपरा क़ायम रखता है… भरी संसद में आपने पूरे परिवार और कश्मीरी पंडित समाज का अपमान करते हुए पूछा कि वह नेहरू नाम क्यों नहीं रखते…. लेकिन आपको किसी जज ने दो साल की सज़ा नहीं दी। आपको संसद से डिस्क्वालिफाई नहीं किया….

राहुल जी ने एक सच्चे देशभक्त की तरह अडानी की लूट पर सवाल उठाया। नीरव मोदी और मेहूल चौकसी पे सवाल उठाया…। क्या आपका मित्र गौतम अडानी देश की संसद और भारत की महान जनता से बड़ा हो गया है कि उसकी लूट पर सवाल उठा तो आप बौखला गए?

आप मेरे परिवार को परिवारवादी कहते हैं, जान लीजिए, इस परिवार ने भारत के लोकतंत्र को अपने खून से सींचा…..जिसे आप ख़त्म करने में लगे हैं। इस परिवार ने भारत की जनता की आवाज़ बुलंद की और पुश्तों से सच्चाई की लड़ाई लड़ी। हमारी रगों में जो खून दौड़ता है उसकी एक ख़ासियत है… आप जैसे कायर, सत्तालोभी तानाशाह के सामने कभी नहीं झुका और कभी नहीं झुकेगा। आप कुछ भी कर लीजिए।

आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी राहुल गांधी की सदस्यता पर लिए फैसले का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि लोक सभा से राहुल गांधी जी का निष्कासन चौंकाने वाला है। देश बहुत कठिन दौर से गुज़र रहा है। पूरे देश को इन्होंने डरा कर रखा हुआ है। 130 करोड़ लोगों को इनकी अहंकारी सत्ता के ख़िलाफ़ एकत्र होना होगा।

इधर कांग्रेस अब सूरत कोर्ट के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देगी। कांग्रेस के रणनीतिकारों के मुताबिक़ अगर सूरत कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील को गुजरात हाईकोर्ट में स्वीकार नहीं किया जाता है तो पार्टी सुप्रीम कोर्ट में अपील के लिए जाएगी। सूरत कोर्ट के फैसले के खिलाफ राहुल गांधी को अपील दायर करने के लिए 30 दिनों का समय दिया गया था।

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