नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन (एआईएमआरए) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि कंपनी में जांच होने तक भारत में अमेजन के परिचालन को निलंबित किया जाना चाहिए। एआईएमआरए एक ट्रेड यूनियन है जो 1.5 लाख से अधिक मोबाइल रिटेलर्स का प्रतिनिधित्व करता है। इसने कहा है कि अमेजन ने रिटेल इंडस्ट्री को पटरी से उतारने के लिए और छोटे खुदरा विक्रेताओं के जीवन को खतरे में डालने के लिए प्रमुख मोबाइल ब्रांडों के साथ हाथ मिलाया है।
एसोसिएशन ने कहा कि अमेजन भारत में नियामकों और राजनेताओं को चतुराई से चकमा देने की रणनीति के साथ कारोबार कर रहा है। ई-कॉमर्स कंपनियां अपने पसंदीदा विक्रेताओं के माध्यम से उनके प्लेटफार्मों पर बिक्री को बढ़ावा देती हैं।
एआईएमआरए के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंदर खुराना ने सोमवार को मोदी को भेजे गए पत्र में कहा कि दुर्भाग्य से ई-कॉमर्स कंपनियां अक्सर इन पसंदीदा विक्रेताओं की हितधारक होती हैं। 2014 के बाद से, मोबाइल ब्रांडों ने इन पसंदीदा विक्रेताओं के साथ बिक्री के लिए विशेष टाई-अप किया है। सभी शेयर पसंदीदा विक्रेता को दिए जाते हैं, ताकि ई-कॉम प्लेटफॉर्म गैर-भागीदारी दिखा सकें और उन पर कोई प्रतिकूल असर न पड़े।
उन्होंने कहा कि यह मूल रूप से ब्रांडों और ई-कॉमर्स कंपनियों के बीच गठबंधन को छिपाने का प्रयास है, ताकि यह दर्शाया जा सके कि कानून का पालन किया जा रहा है, भले ही इसमें लेस मात्र भी कानून न हो।
खुराना ने तर्क दिया कि न केवल अमेजन छोटे व्यापारियों को पंजीकृत करने के लिए इस चाल का उपयोग कर रहा है, बल्कि उनके लिए अपने उत्पादों को कठिन नियमों और लघु मार्जिन के साथ ऑनलाइन बेचना मुश्किल बना रहा है।
बहरहाल, अमेजन ने एआईएमआरए के इस पत्र पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।