पानी में जहर, सिरफिरे ने की 15 हजार जिंदगियों से खिलवाड़
अमेरिका के फ्लोरिडा में किसी फिक्शन मूवी की तरह एक हैकर की करतूत से 15 हजार लोगों की जान खतरे में आ गई।
Ashok Chaturvedi
फ्लोरिडा (जोशहोश डेस्क) तकनीक ने जिंदगी को जितना आसान बनाया है उतना खतरनाक भी।अब हम उस दौर में हैं जहां कम्प्यूटर और इंटरनेट जिंदगी की जरूरत बन चुके हैं। इसके साथ ही हैकिंग का खतरा किस हद तक नुकसान पहुंचा जा सकता है इसका उदाहरण अमेरिका के फ्लोरिडा में सामने आया। किसी फिक्शन मूवी की तरह यहां एक हैकर की करतूत से 15 हजार लोगों की जान खतरे में आ गई।
मामला फ्लोरिडा के ओल्डस्मर सिटी का है। सिटी की 15 हजार की आबादी उस समय खतरे में पड़ गई जब एक सिरफिरे हैकर ने सिटी के वाॅटर ट्रीटमेंट प्लांट के सॉफ्टवेयर को हैक कर लिया। इसके बाद उस हैकर ने वाॅटर ट्रीटमेंट प्लांट के केमिकल कॉम्बिनेशन को बदल दिया। जिससे प्लांट का पूरा पानी जहरीला हो गया। अच्छा यह रहा कि समय रहते प्लांट के एक कर्मचारी की नजर इस पर पड़ गई।
सिरफिरे हैकर ने संयंत्र के सॉफ्टवेयर को अपने कंट्रोल में ले लिया। हैकर ने पानी में मिलाए जाने वाले सोडियम हाइड्रोक्साइड की मात्रा को 100 यूनिट प्रति दस लाख से बढ़ाकर 11000 प्रति यूनिट कर दिया। ऐसा करने से पूरा पानी जहरीला हो गया।
जब ट्रीटमेंट प्लांट के कर्मचारी ने जब देखा कि प्लांट के मुख्य कम्प्यूटर की स्क्रीन पर माउस अपने आप ड्रैग हो रहा है तो उसे हेकिंग की आशंका हुई। इसके बाद जब उसकी नजर वाॅटर ट्रीटमेंट के काॅम्बीनेशन पर पड़ी तो पूरे प्लांट में हड़कंप मच गया।
आनन फानन में वाॅटर ट्रीटमेंट के काॅम्बीनेशन को रिसेट किया गया और हैकिंग की जानकारी टाॅप ऑफिशियल्स को दी गई। हैकर कौन था? और इसने ऐसा क्यों किया?अभी इसका पता नहीं चल सका है। सिटी के शेरिफ़ बाॅब गुलटिएयरी के मुताबिक वाॅटर ट्रीटमेंट प्लांट के सॉफ्टवेयर का हैक होना चिंताजनक है। उन्होंने यह भी कहा कि वे अपने प्लांट को साइबर अटैक से और भी सुरक्षित बनाने पर काम करेंगे।
हालाँकि प्लांट में इस तरह का सिस्टम भी था कि अगर वाॅटर टीटमेंट काॅम्बीनेशन से छेड़छाड़ होती तो पानी की बदली हुई पीएच वैल्यू से प्लांट का अलार्म बज उठता। प्लांट की सिटी से दूरी भी करीब 20 किलोमीटर थी तो वाॅटर सप्लाई रोकने का समय भी मिल जाता। इसके बाद भी हैकिंग की हैरान करने वाली यह घटना किसी फिक्शन मूवी से कम नहीं।