कन्हैया के घर पहुंचे गहलोत, दिया 50 लाख का चेक, 1 माह में सजा की बात
CM ने दोनों दहशतगर्दों को एक माह में सजा दिलाये जाने की बात कही साथ ही पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता का चेक दिया।
उदयपुर (जोशहोश डेस्क) मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार को दो दहशतगर्दों के हाथों मारे गए कन्हैयालाल के घरवालों से मिलने पहुंचे। घटना पर सीएम गहलोत ने संवेदना जताई और मृतक के परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। CM ने दोनों दहशतगर्दों को एक माह में सजा दिलाये जाने की बात कही साथ ही पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता का चेक दिया।
सीएम गहलोत ने कहा कि उदयपुर की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया जिस तरीके से हत्या की गयी वो जघन्य अपराध है। हमने तत्काल, त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों को पकड़ लिया, SOG ATS को केस दे दिया और रातभर में ही पता लगा लिया अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से संबंधित है। उन्होंने कहा कि NIA ने केस ले लिया है अब SOG उनको पूरा सहयोग करेगी।
सजा को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि पूरे प्रदेश देशवासी चाहते हैं कि त्वरित न्याय मिले,त्वरित कार्रवाई हो और जल्द से जल्द सजा मिले। मुझे उम्मीद है NIA त्वरित कार्रवाई करके जितनी हो उतनी जल्दी दहशतगर्दों को सजा दिलवाए। उन्होंने यह भी कहा कि कन्हैया को सुरक्षा दी गई या नहीं, क्या कमी रही, सभी चीजें NIA की जांच में सामने आ जाएंगी।
साथ ही सीएम गहलोत ने प्रदेश में शांति बनाये रखने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में भी सभी दलों ने एक साथ आगे आकर गंभीर हालात से लड़ने के लिए प्रयास किए थे। आज फिर से हमें उसी तरह एक साथ आगे आकर भय और आतंक फैलाने वाले अपराधियों से लड़ाई लड़नी है। आमजन को अपराधियों तथा धमकियों से डरने की जरूरत नहीं है, राज्य सरकार हर स्थिति में उनके साथ खड़ी है।
दूसरी ओर घटना के विरोध में विभिन्न संगठनों ने भाजपा ने बंद का आव्हान किया है। जयपुर, उदयपुर, पाली, कोटा, जालोर, जैसलमेर, करौली जिलों के कई शहरों में बंद का असर देखा गया। उदयपुर में भी गुरुवार को सर्व समाज की ओर से मौन जुलूस निकाला गया। बीजेपी ने कहा है कि सरकार के नुमाइंदे और पुलिस अगर पहले सक्रियता दिखा देती तो इस तरह के अपराध को होने से रोका जा सकता था, लेकिन सरकार वोट बैंक की राजनीति करती है, जिसके परिणाम ऐसे ही आते हैं। सरकार को वोट बैंक की राजनीति छोड़नी चाहिए।