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Kisan Andolan : एक और आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा – हम आखिर कब तक यह बैठे रहेंगे

आज फिर गाजीपुर बॉर्डर पर एक किसान कश्मीर सिंह ने टॉयलेट में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) नए कृषि कानून के विरोध में लगतार किसान दिल्ली की सीमाओं पर 38 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। अब तक इस आंदोलन में 50 किसानों की जान जा चुकी है। आज फिर गाजीपुर बॉर्डर पर एक किसान कश्मीर सिंह ने टॉयलेट में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। कश्मीर सिंह ने सुसाइड नोट में लिखा, ‘सरकार फेल हो गई है। आखिर हम यहां कब तक बैठे रहेंगे। सरकार सुन नहीं रही है। इसलिए मैं जान देकर जा रहा हूं। अंतिम संस्कार मेरे बच्चों के हाथों दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर होना चाहिए। मेरा परिवार, बेटा-पोता यहीं आंदोलन में निरंतर सेवा कर रहे हैं।’किसान का शव बिना पोस्टमॉर्टम के परिजन को सौंप दिया गया है। यूपी पुलिस ने सुसाइड नोट अपने कब्जे में ले लिया है।

सरकार ने मांग नहीं मानी तो निकालेंगे रैली
किसान संगठनों का कहना है कि अगर सरकार द्वारा किसानों की मांग पूरी नहीं की गई तो किसानों द्वारा 26 जनवरी को सरकार के विरोध में रैली निकाली जाएग। किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने कहा कि ट्रैक्टर परेड प्रस्तावित है। यह गणतंत्र दिवस परेड के बाद निकाली जाएगी।

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किसानों और सरकार के बीच 4 जनवरी को बातचीत
पिछले तक साल किसानों और सरकार के बीच 7 बार बैठक हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल सका। अब 4 जनवरी को किसानों और सरकार के बीच 8वें दौर की बैठक होगी। उम्मीद की जा रही है कि इस दिन गतिरोध खत्म हो सकता है। कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा है कि 4 जनवरी को सकारात्मक नतीजे आएंगे।

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