क्या अब कप्तान सिंह सोलंकी को भी दंड दिलाएंगी सांसद प्रज्ञा ठाकुर?
राशिद अल्वी के बयान पर आक्रामक भाजपा की कप्तान सिंह सोलंकी ने बढ़ाई दुविधा।
भोपाल (जोशहोश डेस्क) कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब के बाद राशिद अल्वी के बयान को लेकर आक्रामक दिख रही भाजपा के लिए पार्टी के ही वरिष्ठ नेता कप्तान सिंह सोलंकी ने दुविधा की स्थिति उत्पन्न कर दी है। कप्तान सिंह सोलंकी ने कमोबेश वही बात कही है जो कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कही थी। सवाल यह है कि क्या राशिद अल्वी को कानून के तहत दंड दिलाने की बात कहने वाली सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर कप्तान सिंह सोलंकी को भी दंड दिलाने का प्रयास करेंगी?
दरअसल कप्तान सिंह सोलंकी ने ट्ववीट किया है कि हर एक श्रीराम कहने वाला मुनि नहीं होता,उसी तरह हर मुसलमान आतंकवादी नहीं होता-
इससे पहले कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने संभल में आयोजित एक कार्यक्रम रामायण के एक प्रसंग का जिक्र करते हुए कहा था कि आजकल कुछ लोग जय श्री राम का नारा लगाकर देश के लोगों को गुमराह करते हैं, ऐसे लोगों से होशियार रहना चाहिए।आज भी बहुत लोग जय श्री राम का नारा लगाते हैं, वे सब मुनि नहीं वे निसिचर घोरा हैं। राशिद अल्वी का यह वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल भी हुआ था।
राशिद अल्वी के बयान को भाजपा बड़ा मुद्दा बना रही है। भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने तो यहां तक कहा था कि “कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने जो कहा है, यह निश्चित रूप से विक्षिप्तों की पार्टी बन गई है। हिंदुत्व, हिंदू, भगवा, सनातन धर्म, यह सब इनकी समझ से परे हैं। ये इन्हें नहीं समझ सकते हैं। हम क़ानून के अंतर्गत इन्हें दंड दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे।
राशिद अल्वी ने ये कहा था
अल्वी रामायण के एक प्रसंग का जिक्र कर रहे थे। उन्होंने कहा था कि युद्ध के दौरान जब लक्ष्मण मूर्छित होकर गिरे थे तो वैद्य के कहने पर हनुमान जी हिमालय से संजीवनी बूटी लेने गए थे। उस समय एक राक्षस नीचे बैठकर जय श्री राम का नारा लगा रहा था। जय श्री राम का नारा सुनकर हनुमान जी नीचे उतर आते हैं। हनुमान तो भक्त थे वह जय श्री राम सुन उसके पास बैठ जाते हैं। तब वह हनुमान से स्नान को कहता है वो कहता है बिना स्नान राम का नाम नहीं लेते। हनुमान सरोवर में स्नान के लिए चले जाते हैं। वहां एक मगरमच्छ हनुमान के पांव पकड़ लेता है। उसे किसी ने श्राप दिया था। जो फिर अप्सरा बन जाती है। वह कहती है हनुमान क्यों वक्त खराब रहे हो तुम्हें तो सुबह तक संजीवनी बूटी लेकर जाना है और ये सामने बैठ जय श्री राम कह रहा है यह मुनि नहीं यह तो घोर राक्षस है।
राशिद अल्वी ने अपनी बात पर विवाद को लेकर कहा था कि कल्कि धाम में मैंने जो कहा वहां वहां सैकड़ों संत भी थे। उन्होंने मेरे भाषण के बाद आशीर्वाद भी दिया। मैंने हरग़िज ये नहीं कहा कि जय श्री राम बोलने वाला हर आदमी राक्षस होता है। मैंने कहा है जय श्री राम बोलने वाला हर आदमी मुनि नहीं होता है। मैंने ये भी कहा है कि देश के अंदर सही मायनों में भी रामराज्य आना चाहिए जहां पर नफ़रत का नामो-निशान नहीं होना चाहिए लेकिन आजकल कुछ लोग देश के लोगों के जय श्री राम का नारा लगाकर गुमराह भी करते हैं।