न्यू इंडिया: बॉक्सर निख़त ज़रीन के गोल्ड पर भी हिंदू-मुस्लिम की कालिख
निख़त ज़रीन ने विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप जीत रचा इतिहास, सोशल मीडिया में देखे अप्रिय कमेंट।
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) भारत की निख़त ज़रीन ने इस्तांबुल में विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप जीत इतिहास रच दिया। निख़त ज़रीन ने फाइनल में थाईलैंड की जिटपॉग जुतामास को 5-0 से हरा गोल्ड मैडल जीता। निख़त ज़रीन को इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बधाई दी। वहीं सोशल मीडिया पर निख़त का गोल्ड भी हिन्दू मुस्लिम नफरत की कालिख से न बच सका।
यहाँ तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बधाई ट्वीट पर भी कुछ अप्रिय कमेंट देखने को मिले। एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मुस्लिमों के प्रति बढ़ रही नफरत को लेकर उलाहने दिए गए वहीं उन लोगों को भी कटाक्ष किए गए जो भारत में मुस्लिमों के असुरक्षित होने का दावा करते हैं। यहां तक कि हिजाब तक को निख़त की उपलब्धि के बीच ले आया गया।
पत्रकार राजदीप सरदेसाई को भी निख़त की उपलब्धि पर मुस्लिम एंगल से जोड़ने के कारण ट्रोल किया गया-
गौरतलब है कि निख़त ने यह स्वर्ण पदक 52 किग्रा भार वर्ग (प्लाई वेट) में जीता है। निख़त अब विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने का कारनामा करने वाली पांचवीं भारतीय महिला बॉक्सर बन गई हैं। निख़त से पहले दिग्गज एम सी मैरीकॉम ने 2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018 में विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप का खिताब जीता था। इसके अलावा 2006 में सरिता देवी, जेनी आर एल और लेखा केसी ने अपने-अपने भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता था।
निख़त जरीन तेलंगाना की हैं। वहीं इस चैंपियनषिप के 57 किलोग्राम वर्ग में मनीषा मोन और 63 किलोग्राम वर्ग में परवीन हुडृडा ने भी कांस्य पदक जीता है। भारत ने इस साल चैंपियनशिप में तीन पदक जीत लिए हैं। भारत का चैंपियनशिप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन चार पदक जीतने का है। चैंपियनशिप में भारत की 12 सदस्यीय टीम ने हिस्सा लिया था।