80-20 की बात क्योंकि 68% बेरोजगार, मुद्दों से ध्यान भटका रहे CM योगी
प्रियंका गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर लगाया मुद्दों से ध्यान हटाने की राजनीति करने का आरोप।
लखनऊ (जोशहोश डेस्क) उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 80-20 वाला बयान सुर्खियों में हैं। विपक्षी दलों ने इस बयान को धुव्रीकरण की राजनीति करार दिया है। वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इसे बेरोजगारी जैसे मुद्दों से युवाओं का ध्यान हटाने का प्रयास बताया है।
प्रियंका गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर सीएम योगी आदित्यनाथ पर मुद्दों से ध्यान हटाने की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने एक मीडिया रिपोर्ट को भी टैग किया जिसमें यह बताया गया है कि उत्तरप्रदेश में 100 में से 68 युवा बेरोजगार हैं-
प्रियंका गांधी ने लिखा कि उप्र के चुनावों में “80-20” जैसी बातें करना चार सौ बीसी कर युवाओं के मुद्दों से ध्यान भटकाने का तरीका है। असलियत ये है कि भाजपा सरकार में प्रति 100 लोगों में से 68 के पास काम नहीं है। मेरे युवा दोस्तों, अपनी शक्ति से उप्र के चुनावों को रोजगार, शिक्षा जैसे मुद्दों का चुनाव बनाएं।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम में कहा था कि मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं ” कोई भारत विरोधी तत्व है, कोई हिंदू विरोधी तत्व है। कैसे स्वीकार कर लेगा मोदी जी को और योगी को। यह चुनाव 80-20 का है”। 80 फीसदी समर्थन एक तरफ होगा, 20 फीसदी दूसरी तरफ होगा। मुझे लगता है कि 80 फीसदी सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेंगे, 20 फीसदी हमेशा विरोध किए हैं, विरोध करेंगे लेकिन सत्ता बीजेपी की आएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो कहा उसे सीधे उत्तर प्रदेश की हिंदू-मुस्लिम आबादी से जोड़कर देखा जा रहा है क्योंकि कार्यक्रम के होस्ट ने तब कहा, था कि ओवैसी ने कहा है कि वे 19 प्रतिशत हैं। योगी आदित्यनाथ ने होस्ट के सवाल को संक्षिप्त करते हुए यह जवाब दिया था।
एक अन्य कार्यक्रम में सीएम योगी ने 80 – 20 के फॉर्म्युले में 20 प्रतिशत कौन है, इसे स्पष्ट करते हुए कहा था कि ‘ये 20 प्रतिशत वे लोग हैं जो रामजन्मभूमि का विरोध करते हैं, काशी विश्वनाथ का विरोध करते हैं, मथुरा-वृंदावन के भव्य धाम का विरोध करते हैं जिनकी पीड़ा माफियाओं के साथ, पेशेवर अपराधियों के साथ है। जिनकी संवेदना पेशेवर आतंकियों के साथ है। ये वही लोग हैं।