नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी ट्विटर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ‘हिंसा भड़काने के जोखिम’ का हवाला देते हुए अपने प्लेटफॉर्म पर उन पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। ट्विटर ने यह प्रतिबंध ट्रंप समर्थकों द्वारा अमेरिकी कैपिटल पर हमला करने के दो दिन बाद लगाया है। इसके बाद से ही ट्विटर को दुनिया भर से प्रतिक्रिया मिल रही हैं। भारत में भी भाजपा के नेताओं ने ट्विटर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने कहा कि – ट्विटर के इस कदम के बाद सबको चेत जाना चाहिए। यदि ट्विटर इनके अकाउंट बंद कर सकता है तो किसी का भी अकाउंट बंद कर सकता है।
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप पर ट्विटर ने हिंसा भड़काने के आरोप के चलते बैन लगाया है। इससे पहले ट्विटर भारत में भी दक्षिणपंथी विचारधारा वाले कई अकाउंट को फेक न्यूज और हिंसा भड़काने के आरोप के चलते सस्पेंड कर चुका है।
तेजस्वी सूर्या के बाद भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने भी ट्विटर के इस कदम के बाद प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा है कि – अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति के अकाउंट को सस्पेंड करके ट्विटर ने एक खतरनाक उदाहरण पेश किया है। अब बिग टेक कंपनियां नए उच्च वर्ग हैं।
टि्वटर इंडिया ने कुछ दिन पहले ही भारत में पहली बार अमित मालवीय के ट्वीट को ही manipulated media (धोखाधड़ी युक्त खबर) करार दिया था, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी पर किसानों के मामले में झूठ बोलने का आरोप लगाया था। राहुल गांधी ने पंजाब के एक किसान पर पुलिस द्वारा लाठी चलाते हुए एक फोटो के साथ ट्वीट किया था। इस ट्वीट के रिप्लाई में अमित मालवीय ने राहुल गांधी को झूठा नेता साबित करने की कोशिश की थी।
ट्विटर ने समीक्षा के बंद किया ट्रंप का अकाउंट
ट्विटर ने एक बयान में कहा है, “एट द रेट रियल डोनाल्ड ट्रंप अकाउंट से हाल ही में किए गए ट्वीट्स की करीबी समीक्षा करने और उनके संदर्भों को देखने के बाद हमने भविष्य में हिंसा को भड़काने के जोखिम को देखते हुए अकाउंट को स्थायी रूप से बंद कर दिया है।”
ट्विटर ने 8 जनवरी के 2 ट्वीट को आधार बनाया है। इसमें पहला ट्वीट, “7.5 करोड़ महान अमेरिकी देशभक्त जिन्होंने मुझे वोट दिया है, उन्हें बता दूं कि अमेरिका फर्स्ट और मेक अमेरिका ग्रेट अगेन का नारा आने वाले समय में भी जारी रहेगा। उनके साथ किसी भी तरह से गलत तरीके से अपमानजनक तरीके से व्यवहार नहीं किया जाएगा।” दूसरा ट्वीट, “यह उन सभी के लिए है जिन्होंने पूछा है कि मैं 20 जनवरी को उद्घाटन में नहीं जाऊंगा।”
ट्विटर ने कहा है कि ये दोनों ट्वीट्स को “देश में हुईं व्यापक घटनाओं के संदर्भ में और राष्ट्रपति के बयानों के उस पैटर्न के संदर्भ में देखने की जरूरत है, जिसने लोगों के उकसाया है। यहां कि हिंसा के लिए भी आगे बढ़ाया है। ट्रंप की भाषा हमारी हिंसा की नीति के खिलाफ है।” ट्विटर ने 20 जनवरी के शपथ ग्रहण से पहले एक अन्य संभावित हमले की आशंका को देखते हुए भी यह कदम उठाया है।
ट्विटर पर डोनाल्ड ट्रंप के हैंडल में उनके द्वारा फॉलो किए गए अकाउंट्स की संख्या 51 और उनके 8.87 करोड़ फॉलोअर्स की संख्या नजर आ रही है। साथ ही स्क्रीन में ‘अकाउंट सस्पेंडेड’ लिखा हुआ है।
बता दें कि इससे पहले 6 जनवरी की शाम को ट्विटर ने ट्रंप के अकाउंट को 12 घंटों के लिए बंद कर दिया था। क्योंकि ट्रंप द्वारा एक वीडियो पोस्ट करने के बाद उनके समर्थकों ने अमेरिकी कैपिटल में कांग्रेस को जो बाइडेन की जीत की पुष्टि करने की प्रक्रिया को रोकने की कोशिश करते हुए हमला कर दिया था। हमले में कैपिटल पुलिस अधिकारी समेत 5 लोगों के मारे जाने की सूचना है।