दमोह उपचुनाव: कांग्रेस का नाम, भाजपा का नामांकन पर फोकस
दमोह उपचुनाव की तारीख का ऐलान होते ही भाजपा और कांग्रेस की सक्रियता बढ़ गई है।
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) दमोह उपचुनाव की तारीख का ऐलान होते ही भाजपा और कांग्रेस की सक्रियता बढ़ गई है। उपचुनाव के ऐलान के दूसरे दिन ही बुधवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ दमोह के पर्यवेक्षकों के साथ बैठक कर रहे हैं। ओरछा में छह और सात अप्रैल को आयोजित होने वाले कांग्रेस विधायकों के प्रशिक्षण शिविर को भी निरस्त किये जाने की खबर है। वहीं भाजपा अपने प्रत्याशी राहुल लोधी के नामांकन को लेकर ही बड़ी रणनीति बना रही है।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस दमोह उपचुनाव के लिए कोई कसर छोड़ना नहीं चाहती। विधायक चुनाव प्रचार में अपने दायित्वों का निर्वहन कर सकें इसलिए रामराजा की नगरी ओरछा में अगले महीने होने वाले प्रशिक्षण शिविर को स्थगित कर दिया गया है। यह शिविर अब दमोह उपचुनाव के बाद आयोजित होगा।
कांग्रेस ने दमोह उपचुनाव के लिए सोशल मीडिया भी पर सक्रियता बढ़ा दी है। कांग्रेस ने राहुल लोधी का पुराना वीडियो भी ट्वीट किया है। जिसमें वे कांग्रेस में रहते हुए विधायकों के बिकने पर तंज कस रहे थे। साथ ही एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस ने दमोह सीट जीतने का दावा भी किया।
दूसरी ओर कांग्रेस के सामने अभी सबसे बड़ी चुनौती सीट को दोबारा हासिल करने की है। सात बार के विधायक जयंत मलैया को हराकर युवा राहुल लोधी ने यहां कांग्रेस का परचम फहराया था लेकिन अब राहुल लोधी भाजपा के उम्मीदवार हैं।
कांग्रेस ने बरगी विधायक संजय यादव और पूर्व विधायक नीलेश अवस्थी को दमोह के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ बुधवार को दोनों पर्यवेक्षकों के साथ प्रत्याशी के नाम पर मंथन करेंगे। दोनों पर्यवेक्षक दमोह में बूथ स्तर तक रिपेार्ट ले चुके हैं।
अब कांग्रेस के सामने राहुल लोधी को टक्कर देने एक सशक्त चेहरा चाहिए। यहां जिलाध्यक्ष अजय टंडन और पूर्व जिलाध्यक्ष रतन जैन का नाम रेस में है। इसके अलावा कांग्रेस की भाजपा नेता अवधेश प्रताप सिंह से नजदीकियों की भी खबर है।
भूपेंद्र सिंह-भार्गव को जिम्मेदारी
इधर भाजपा ने अपने उपचुनाव की तैयारियों को धार देते हुए मंत्री गोपाल भार्गव और भूपेंद्र सिंह को बड़ी जिम्मेदारी दी है। दोनों मंत्री बूथ स्तर पर बैठक कर पन्ना प्रभारियों को एक्टिव करेंगे। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं राहुल लोधी के नामांकन के दौरान मौजूद रहेंगे। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के भी साथ रहने की उम्मीद है।
वहीं भाजपा का प्रयास है कि नामांकन समेत अन्य कार्यक्रमों में जयंत मलैया की मौजूदगी भी रहे जिससे कार्यकर्ताओं के बीच कोई नकारात्मक संदेश न जाए। जयंत मलैया की नाराजगी चुनाव नतीजों पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है।
17 अप्रैल को मतदान
केंद्रीय चुनाव आयोग ने मंगलवार को ही दमोह समेत देश के अलग अलग राज्यों की 14 अन्य विधानसभा सीटों का चुनाव कार्यक्रम जारी किया है। चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक दमोह में 17 अप्रैल को मतदान होगा। वहीं चुनाव परिणाम पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों के साथ ही दो मई को घोषित होगा।