क्या मध्यप्रदेश कांग्रेस के ‘नीलकंठ’ हैं दिग्विजय सिंह?
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने खुद को टिकट कटने का बताया जिम्मेदार, संगठित होकर चुनाव लड़ने की कही बात।
Ashok Chaturvedi
भोपाल (जोशहोश डेस्क) निकाय चुनाव में कांग्रेस के भीतर टिकट वितरण पर असंतोष को लेकर अब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मोर्चा संभाल लिया है। दिग्विजय सिंह ने टिकट की उम्मीद लगाए पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से शनिवार को एकजुटता की बात बड़े ही सधे अंदाज में कही। उन्होंने खुद को टिकट कटने का जिम्मेदार बता सारी जिम्मेदारी अपने ऊपर ली और संगठित होकर चुनाव लड़ने की बात कही।
दिग्विजय का यह वीडियो वायरल है और उस पर दिलचस्प प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। पत्रकार नवीन सिंह ने दिग्विजय सिंह का यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा- जिसके टिकट कटे मैंने काटे जिनको मिले उन्हें कमलनाथ ने दिए, राजनीति में इतनी दमदारी से कौन बोलता है? क्या दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश कांग्रेस के नीलकंठ हैं?
दिग्विजय सिंह ने यह बात चुनाव के सम्बन्ध में आयोजित बैठक में कही थी। उन्होंने कहा कि अगर किसी का टिकट कट गया तो समझो टिकट मैंने काटा, वो नाराजगी मुझ पर निकाल लेना। जिनको टिकट मिला, उन्हें यह समझना चाहिए कि टिकट पीसीसी चीफ कमलनाथ ने दिया है। अब आगे हमें संगठित होकर चुनाव लड़ना है और जीतना है।
दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि मैं 1985 में प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बना था तब से अब तक लगातार टिकट वितरण में मेरा हस्तक्षेप रहा है। इतने लंबे अंतराल में जब जब टिकट वितरण को लेकर कोई नाराज़ हुआ है तो उसे मनाने की ज़िम्मेदारी भी मेरी ही रही। यही कारण है कि मैं घर-घर जाकर नाराज़ कार्यकर्ताओं को मना रहा हूँ। साथ नहीं दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि निकाय चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों को टिकट मिला है उनके समर्थन में अपना नाम वापस लेने वाले लोगों का भविष्य में ध्यान रखा जाएगा।
यह पहली बार भी नहीं जब दिग्विजय सिंह प्रदेश में चुनाव के दौरान समन्वय का कार्य कर रहे हैं। साल 2018 विधानसभा चुनाव में दिग्विजय सिंह ने यह भूमिका बेहद कुशल तरीक़े से निभाई थी। इसका नतीजा यह रहा था कि कांग्रेस को कम से कम असंतोष का सामना करना पड़ा था और 15 साल बाद कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार को प्रदेश की सत्ता से हटाने में कामयाबी हासिल की थी।