एमजेअकबर, मुख्तार अब्बास नकवी व सैयद जफर इस्लाम का कार्यकाल हो रहा पूरा
Ashok Chaturvedi
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) राज्यसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने नामों की जो लिस्ट जारी की है, उसमें एक भी मुस्लिम चेहरा नहीं है। यहाँ तक कि केंद्र सरकार के इकलौते मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को राज्यसभा उम्मीदवार नहीं बनाया गया है। ऐसे में में सवाल यह उठ रहा है कि क्या ‘सबका साथ-सबका विकास’ की बात कहने वाली भाजपा को क्या मुस्लिम चेहरों की जरूरत नहीं बची है?
पार्टी में शाहनवाज हुसैन पहले ही उपेक्षित हैं। अब BJP के तीनो मुस्लिम राज्यसभा सदस्य एमजेअकबर, मुख्तार अब्बास नकवी व सैयद जफर इस्लाम का कार्यकाल पूरा हो रहा है। इनके कार्यकाल के बाद भाजपा का राज्यसभा में कोई मुस्लिम सांसद नहीं होगा और लोकसभा में भाजपा का कोई मुस्लिम सांसद है ही नहीं।
भाजपा की राज्यसभा चुनाव की लिस्ट में निर्मला सीतरमण से लेकर पीयूष गोयल तक कई नेताओं का नाम है लेकिन इस लिस्ट से मोदी सरकार में इकलौते मुस्लिम मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का नाम न होना चर्चाओं में है। कहा यह भी जा रहा है कि मुख्तार अब्बास नकवी को रामपुर संसदीय सीट के उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया जा सकता है।
सोशल मीडिया पर भी यह सवाल उठाया जा रहा है कि भाजपा अपने हिंदुत्व के एजेंडे पर मज़बूती से बढ़ रही है और अब उसे मुस्लिम चेहरों की जरूरत नहीं बची है? वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने लिखा- अब मुसलमानों के प्रति काफी नफरत फैलाई जा चुकी है। अब मुस्लिम चेहरे की जरूरत मोदी जी और भाजपा को नहीं है-
देश की संसद में भाजपा की ओर से कोई मुस्लिम सदस्य नहीं होगा। ये भारत के संसदीय इतिहास में किसी राजनीतिक दल का नया इतिहास है. इसे आप स्वर्णिक अक्षरों में पढ़ें या स्याह अक्षरों में ,ये आपके ऊपर निर्भर है ,लेकिन हकीकत से न आप मुंह चुरा सकते हैं और न हम। भाजपा ने मुस्लिम नेताओं को हमेशा ‘ शोपीस ‘ की तरह इस्तेमाल किया। दुर्भाग्य ये कि मुस्लिम नेता भाजपा के हाथों खिलौना बने भी रहे। पहले सिकंदर बख्त, बाद में एमजे अकबर और मुख्तार अब्बास नकबी तथा सैयद जफर इस्लाम भाजपा के ‘ शो पीस ‘ मुस्लिम नेता थे। एक शाहनबाज खान हुआ करते थे उन्हें वापस बिहार भेज दिया गया। अब राज्य सभा में एक भी मुस्लिम सांसद को प्रत्याशी न बनाकर भाजपा ने लोकसभा की ही तरह राज्यसभा में भी भाजपा को मुस्लिम विहीन कर लिया है।
गौरतलब है कि 15 राज्यों की 57 सीटों पर 10 जून को चुनाव होने हैं। इसके लिए सभी राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। जिन राज्यों की राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं, उनमें उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड शामिल हैं।