अब मध्यप्रदेश में पांच दिन ऑफिस और दो दिन अवकाश हो सकता है। हालाकि इसके लिए दिन में 10 घंटे काम भी करना पड़ेगा।
Ashok Chaturvedi
वल्लभ भवन
भोपाल (जोशहोश डेस्क) महानगरों की तर्ज पर अब मध्यप्रदेश में पांच दिन ऑफिस और दो दिन अवकाश हो सकता है। हालाकि इसके लिए दिन में 10 घंटे काम भी करना पड़ेगा। प्रदेश का श्रम विभाग इस संबंध में जल्द ही अधिसूचना जारी कर सकता है। इसके बाद इस कामकाज के इस नए प्लान पर अमल किया जाएगा।
प्रदेश के शासकीय कार्यालयों में अभी महीने के दूसरे और तीसरे शनिवार को अवकाश रहता है। बाकी दो शनिवार को रोजाना की तरह काम होता है। अब श्रम विभाग इस व्यवस्था को बदलते हुए चारों शनिवार को अवकाश घोषित करता सकता है।
अभी कार्यालय का समय भी सुबह साढ़े नौ बजे से शाम पांच बजे तक है। यानी दिन में आठ घंटे काम लेकिन नए मसौदे में काम के घंटे बढ़ाकर 10 किए जाने की संभावना है।
लंच टाइम में भी कटौती बताया जा रहा है कि इस प्रस्ताव को लागू करते समय सरकार लंच टाइम में कटौती भी कर सकती है। अभी लंच के लिए 30 मिनट का समय मिलता है लेकिन नए मसौदे में यह अवधि 20 मिनट की जा सकती है।
लंबे समय से चल रहा मंथन सप्ताह में दो दिन के अवकाश को लेकर बीते तीन सालों से मंथन चल रहा है। इसको लेकर सरकार और कर्मचारी संगठनों की कई बार बात भी हो चुकी है। कुछ मुद्दों पर सरकार और कर्मचारी संगठनों में मतभेद था जिसके चलते सरकार इसे लेकर कोई निर्णय नहीं ले पाई है।
वक्त के पाबंद नहीं कर्मचारी
शासकीय कार्यालयों में कर्मचारियों के लिए समय निर्धारित है लेकिन कर्मचारियों में समय को लेकर गंभीरता नहीं दिखती। वल्लभ भवन, सतपुडा और विंध्यांचल समेत अन्य शासकीय कार्यालयों में कर्मचारी समय पर नहीं आते। लंच के बाद कार्यालयों में उपस्थिति भी बेहद कम हो जाती है।