गुजरात: मोदी-शाह के राजदार ने तोड़ा BJP से 32 साल पुराना नाता
जयनारायण व्यास ने इस्तीफा देने के बाद पार्टी संगठन की कार्यशैली पर उठाये सवाल, कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें
Ashok Chaturvedi
गांधीनगर (जोशहोश, डेस्क) गुजरात चुनाव से पहले सत्ताधारी भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पूर्व मंत्री और दिग्गज नेता जयनारायण व्यास ने बीजेपी के साथ अपने 32 साल के सफ़र पर विराम लगाते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। अटकलें हैं कि वे जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
यह कहा जाता है कि केशुभाई पटेल की काट के रूप में जयनारायण व्यास ने ही नरेंद्र मोदी के लिए सत्ता तक पहुँचने का रास्ता बनाया था। जय नारायण व्यास को मोदी-शाह का राजदार भी बताया जाता है। जय नारायण व्यास 2007 से लेकर 2012 तक प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं। अब लंबे भाजपा में वे दरकिनार माने जा रहे हैं।
बीजेपी से इस्तीफा देने के बाद जयनारायण व्यास ने पार्टी संगठन की कार्यशैली पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा है कि संगठन सिर्फ कुछ हाथों तक ही सीमित हो गया है और दूसरी पार्टियों से आए नेताओं को तव्वजो दी जा रही और ये आयातित नेता पार्टी का माहौल खराब कर रहे हैं।
जयनारायण व्यास की राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के गुजरात के विशेष चुनाव अधिकारी अशोक गहलोत से मुलाक़ात भी हो चुकी है। सर्किट हाउस में अशोक गहलोत और जयनारायण व्यास की बीच 45 मिनट तक चर्चा की खबर है। हालांकि व्यास इसे व्यक्तिगत मुलाकात बता रहे थे।
यह भी कहा जा रहा है कि जयनारायण व्यास ने सिद्धपुर से चुनाव लड़ना चाहते हैं। सिद्धपुर के स्वामीनारायण मंदिर में वे शक्ति प्रदर्शन भी कर चुके हैं। साल 2012 में हार के बाद कभी पार्टी के रणनीतिकार और सरकार का चेहरा कहे जाने वाले जयनारायण व्यास धीरे-धीरे हाशिए पर चले गए।