वोटिंग के दूसरे दिन सूरत में IT की छापेमारी, गुजरात चुनाव का एग्जिट पोल
आयकर विभाग के छापों को चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। कांग्रेस ने छापों को करार दिया भाजपा की हताशा और बौखलाहट
Ashok Chaturvedi
गांधीनगर (जोशहोश डेस्क) गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद अल सुबह आयकर विभाग ने सूरत के हीरा कारोबारियों और नामी बिल्डर्स के करीब 35 ठिकानों पर छापेमारी की है। आयकर विभाग के इन छापों को चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। कांग्रेस ने इन छापों को भाजपा सरकार की हताशा और बौखलाहट करार दिया है।
कांग्रेस के मीडिया और पब्लिसिटी डिपार्टमेंट के चेयरमैन पवन खेडा ने इन छापों पर सवाल उठाते हुए कहा है कि कल पहले चरण का चुनाव हुआ और आज हीरा व्यापारियों के यहां छापे मारे जा रहे हैं। यह छापे चुनाव का एग्जिट पोल हैं।
पवन खेडा ने कहा कि ये छापे भाजपा की हताशा और बौखलाहट को दिखा रहे हैं। भाजपा पहले ही चरण के मतदान के बाद बदला दे रही है। पवनखेडा ने यह दावा भी किया कि पहले चरण में कांग्रेस 55 सीटों पर जीत दर्ज कर रही है।
वहीं आयकर विभाग के छापों को लेकर यह कहा जा रहा है कि इस बार बिल्डर लॉबी और हीरा उद्योग से सपोर्ट न मिलने के बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है। आईटी की टीमों द्वारा करीब 35 ठिकानों पर छापेमारी की गई है। सूरत में हीरा उद्योगपतिओं के यहा आयकर के छापेमारी चल रही है। हीरा उद्योग के साथ बिल्डर लॉबी को भी आईटी विभाग ने टार्गेट में लिया है।
दूसरी ओर गुजरात विधानसभा के पहले चरण की वोटिंग में पिछली बार के मुकाबले 4 प्रतिशत कम वोट पड़ने के भी सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। फर्स्ट फेज में 89 सीटों पर वोट डाले गए और औसत वोटिंग रही 63 फीसदी रही है जबकि 2017 में वोटर टर्नआउट 67 प्रतिशत था। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि कम मतदान से भाजपा खेमे में चिंता है।