PM मोदी बताएं क्या भारत का सपूत है महात्मा गांधी का हत्यारा गोडसे?
उत्तराखंड के पूर्व CM त्रिवेंद्र सिंह रावत और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने किया नाथूराम गोडसे का महिमामंडन
Ashok Chaturvedi
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) महात्मा गांधी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की करनी और उनकी पार्टी के नेताओं की कथनी को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं। एक बार फिर महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लेकर भाजपा ने बड़े नेताओं की बयानबाजी से इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है।
दरअसल उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उसके बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नाथूराम गोडसे का महिमामंडन किया है। नाथूराम गोडसे के इस महिमामंडन के बाद यह सवाल उठाया जा रहा है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी पार्टी के इन नेताओं के बयानों से सहमत हैं?
साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि देश और विदेश में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने सिर झुकाने वाले और उनके आदर्शों की दुहाई देने वाले पीएम मोदी अगर अपने नेताओं के बयानों से सहमत नही तो इन बयानवीरों पर कब कार्रवाई करेंगे?
कांग्रेस ने भी महात्मा गांधी और गोडसे को लेकर भाजपा की इस दोहरी राजनीति पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता वैभव वालिया ने दो टूक कहा कि मोदी जी विदेश में जाकर गाँधीजी को याद करते हैं, लेकिन उनकी ही पार्टी का एक पूर्व मुख्यमंत्री खुलेआम गाँधीजी के हत्यारे का महिमामंडन करता है। अगर आज मोदी जी त्रिवेंद्र रावत पर एक्शन नहीं लेते हैं तो इसका साफ मतलब है कि इसमें मोदी जी की भी सहमति है।
वहीं सोशल मीडिया पर भी इन बयानों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब माँगा जा रहा ह। यह कहा जा रहा है कि महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे को मोदी सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह देश का सपूत बोल रहे हैं। मोदी अपने मंत्री की बात का समर्थन करते हैं क्या जवाब दें ?
बता दें कि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने एक बयान में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। उन्होंने कहा कि गांधी जी की हत्या अलग मुद्दा है लेकिन जहां तक मैंने गोडसे को समझा और पढ़ा है, वो भी देशभक्त था। इसके बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज किशोर ने भी कमोबेश यही बात कहते हुए गोडसे को भारत का सपूत करार दिया था।
गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में अमेरिका दौरे पर कहा था कि देश में दो तरह की विचारधारा चल रही है। एक महात्मा गांधी की दूसरी ओर नाथूराम गोडसे की विचारधारा है। कांग्रेस महात्मा गांधी की विचारधार को लेकर आगे बढ़ रही है।