सांस्कृतिक-वैचारिक समागम में बदली भारत जोड़ो यात्रा, पूजा भट्ट भी हुईं शामिल
राहुल गांधी युवाओं, महिलाओं, किसानों और अलग अलग धर्माें और सांस्कृतिक समूहों से संवाद करते हुए नजर आ रहे हैं
Ashok Chaturvedi
हैदराबाद (जोशहोश डेस्क) राहुल गांधी की भारत जोडो यात्रा अब सांस्कृतिक और वैचारिक समागम में बदलती नजर आ रही है। राहुल गांधी इस यात्रा में युवाओं, महिलाओं, किसानों और अलग अलग धर्माें और सांस्कृतिक समूहों से संवाद करते हुए नजर आ रहे हैं बुधवार को फिल्म अभिनेती पूजा भट्ट ने भी यात्रा में राहुल गांधी के साथ कदम ताल की।
बुधवार सुबह सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से फिर शुरू हुई। यात्रा में फिल्म अभिनेत्री व निर्माता पूजा भट्ट भी कुछ देर के लिए शरीक हुईं।
इससे पहले राहुल गांधी ने मंगलवार को हैदराबाद की पहचान चार मीनार के सामने तिरंगा फहराया था। करीब 32 साल पहले उनके पिता और तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष राजीव गांधी ने भी चार मीनार के सामने ही ‘सदभावना यात्रा’ की शुरुआत की थी। इस मौके पर राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा था- 32 साल पहले, पापा ने चारमीनार से सद्भावना यात्रा की शुरुआत की थी। भारत की एकता और अखंडता के लिए उन्होंने अपनी जान की क़ुर्बानी दी थी। सद्भावना मानवता का सबसे अनुपम मूल्य है। मैं, और कांग्रेस पार्टी, इसे किसी विभाजनकारी ताक़त के सामने टूटने नहीं देंगे।
यात्रा में मंगलवार को ही हैदराबाद विश्वविद्यालय के दिवंगत दलित छात्र रोहित वेमुला की मां राधिका भी शामिल हुईं थीं। वेमुला की आत्महत्या के बाद 2016 में खूब विरोध प्रदर्शन हुए थे। विरोध प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी ने खुद हैदराबाद कैंपस का दौरा किया था। इस घटना ने उच्च शिक्षा संस्थानों में जातिवाद के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन छेड़ दिया था।
यात्रा में शामिल होने के बाद राधिका वेमुला ने ट्वीट किया- भारत जोड़ो यात्रा के प्रति एकजुटता दिखाई। राहुल गांधी के साथ चली और कांग्रेस से संविधान को भाजपा-आरएसएस (भारतीय जनता पार्टी-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के हमले से बचाने, रोहित वेमुला को न्याय दिलाने, रोहित अधिनियम पारित कराने, उच्च न्यायपालिका में दलितों का प्रतिनिधित्व बढ़ाने, सभी के लिए शिक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया। वहीं राहुल गांधी ने लिखा कि रोहित वेमुला सामाजिक भेदभाव और अन्याय के विरुद्ध मेरे संघर्ष का प्रतीक है और रहेगा। रोहित की माताजी से मिलकर यात्रा के लक्ष्य की ओर बढ़ रहे कदमों को नया साहस और मन को नई शक्ति मिली।
गौरतलब है कि भारत जोड़ो यात्रा तमिलनाडु़ के कन्याकुमारी से 7 सितंबर 2022 को शुरू हुई है। यह तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश से गुजरते हुए तेलंगाना पहुंच चुकी है। करीब 150 दिन चलने वाली यह यात्रा जम्मू-कश्मीर में खत्म होगी।